खदान सहित सभी पर्यटक स्थलों का होगा सामग्रिक विकास

जिले के पर्यटक स्थलों के विकास के लिए विभिन्न व्यवसायिक संगठन लंबे समय से मांग करते रहे हैं. नगर निगम प्रशासन के स्तर से इस दिशा में सार्थक पहल करते हुए बस सेवा शुरू की गयी है. जिलाशासक ने इस कार्य को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं. आसनसोल. पश्चिम बर्दवान जिले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 28, 2017 9:05 AM
जिले के पर्यटक स्थलों के विकास के लिए विभिन्न व्यवसायिक संगठन लंबे समय से मांग करते रहे हैं. नगर निगम प्रशासन के स्तर से इस दिशा में सार्थक पहल करते हुए बस सेवा शुरू की गयी है. जिलाशासक ने इस कार्य को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं.
आसनसोल. पश्चिम बर्दवान जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटक स्थलों को विकसित करने के मुद्दे पर मंगलवार को जिलाशासक कार्यालय के कांफ्रें स कक्ष में टूरिज्म डेवलपमेंट कमेटी के चेयरमैन सह जिलाशासक शशांक सेठी की अध्यक्षता में बैठक हुई.
इसमें अतिरिक्त जिलाशासक खुर्शीद अली कादरी, एसडीआइसी सह कमेटी संयोजक समाप्ति दत्ता, मंडल वन अधिकारी, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता, डीआइसीओ, पीएचइडी के कार्यकारी अभियंता, कृषि विभाग के कार्यकारी अभियंता, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, वेस्ट बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कार्यपालक अभियान, पर्यटन विभाग के प्रभारी आदि उपस्थित थे. जिलाशासक श्री सेठी ने कहा कि पर्यटन में बढ़ती असीम संभावनाओं को देखते हुए राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए जगह-जगह टूरिज्म केंद्र बनाये जा रहे हैं. इन केंद्रों में पर्यटन स्थलों की विस्तृत सूची रहती है.
पहले पर्यटन विभाग सीधे उन्नयन संबंधी कार्य देखा करते थे. परंतु अब जिले में टूरिज्म डेवलपमेंट कमेटी पर्यटन के उन्नयन संबंधी मामलों को प्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित करेगी और इसके विकास से संबंधित सभी जरूरी निर्णय लेगी. उन्होंने कहा कि जिला अंतर्गत पर्यटन स्थलों को और अधिक विकसित किया जायेगा. यातायात, संचार, उपलब्ध संसाधनों एवं बुनियादी सुविधाओं को गठित कर पर्यटन को उन्नत करने का हर संभव प्रयास किया जायेगा. इससे प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रोजगार के मौके बढ़ेंगे. सरकार को राजस्व का लाभ मिलेगा. श्री सेठी ने कहा कि कमेटी के माध्यम से राज्य पर्यटन विभाग से जिले में प्रस्तावित उन्नयन कार्यो की सूची मांग कर अधूरे कार्यो को पूरा किया जायेगा.
पुरातात्विक सर्वेक्षण में जिले के सूचीबद्ध मंदिरों के नामों को पर्यटन स्थलों की सूची में जोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि जिले में बहुत से कोयले की खदानें हैं. बाहर से आने वाले लोगों के मन में खदानों में होने वाले उत्पादन प्रक्रिया को लेकर भारी उत्सुकता रहती है. पर्यटन स्थलों की सूची में कुछ खदानों को भी शामिल किया जायेगा और पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा. पर्यटन स्थलों तक पहुंच को सहज बनाये जाने के लिए उन अविकसित क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था को दुरूस्त किया जायेगा.

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