बस मालिकों की भूख हड़ताल आज से
बढ़ती मुश्किलें. मिनी बसों व बड़ी बसों की हड़ताल जारी प्रशासन के स्तर से हो रही पहलकदमी से नहीं निकल रहा समाधान आक्रोशित जनता का रोष कभी भी उतर सकता है सड़क पर अधिक किराये का भुगतान करने के बाद बिगड़ा बजट, महंगाई की मार पहले से आसनसोल. मिनी बसों तथा बड़ी बसों के 178 […]
बढ़ती मुश्किलें. मिनी बसों व बड़ी बसों की हड़ताल जारी
प्रशासन के स्तर से हो रही पहलकदमी से नहीं निकल रहा समाधान
आक्रोशित जनता का रोष कभी भी उतर सकता है सड़क पर
अधिक किराये का भुगतान करने के बाद बिगड़ा बजट, महंगाई की मार पहले से
आसनसोल. मिनी बसों तथा बड़ी बसों के 178 रूटों पर संचालित हो रहे अवैध ऑटो एवं टोटो का परिचालन पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने की मांग के समर्थन में बस मालिकों की हड़ताल सोमवार को छठें दिन में प्रवेश कर गयी. नागरिकों का जीवन पूरी तरह से बदहाल हो गया है. दोगुणा-तीनगुणा अधिक भुगतान करने से बजट खराब हो गया है. प्रशासन के स्तर से हड़ताल समाप्त कराने के लिए न तो प्रभावी कदम उठाया जा रहा है और न वैकल्पिक व्यवस्था ही की जा रही है. रानीगंज शहर में मात्र दो बसे उतारने का दावा प्रशासन ने किया. इधर हड़ताली बस मालिकों ने मंगलवार से आमरण अनशन शुरू करने की घोषणा कर दी है. सोमवार को भी गतिरोध बना रहा.
शिल्पांचल में मिनी बसों एवं बड़ी बसों की हड़ताल सोमवार को छठे दिन भी जारी रही. बसों के न रहने का फायदा ऑटो एवं टोटो चालकों ने जमकर उठाया. वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण यात्री मनमाना किराया देने को बाध्य हुए. कई स्थानों पर यात्रियों एवं ऑटो चालकों के बीच किराये को लेकर बकझक होती रही. बसों का परिचालन बंद रहने का खामियाजा स्कूल, कॉलेज स्टूडेंटस, कार्यालय कर्मियों, दुकानादारों को ज्यादा किराया देकर चुकाना पड़ा. .
आसनसोल मिनी बस एसोसिएशन, आसनसोल बस एसोसिएशन एवं बस कर्मियों के साथ अपकार गार्डेन स्थित एएमबीए कार्यालय में रविवार को हुए संयुक्त बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार मंगलवार से बीएनआर मोड के समक्ष एसोसिएशन प्रतिनिधियों, मालिक एवं बस कर्मियों के दस प्रतिनिधियों ने मांगें पूरी होने तक भूख हड़ताल करने की घोषणा की. सोमवार की संध्या अपकार गार्डेन स्थित एसोसिएशन कार्यालय में एएमबीए, एबीए, मालिक पक्ष एवं बस कर्मियों ने बैठक कर मंगलवार से होने वाले अनशन की रणनीति बनायी. आसनसोल मिनी बस एसोसिएशन के सचिव सुदीप राय ने बताया कि मंगलवार को दोपहर एक बजे से आरंभ होने वाली अनिश्चितकालिन भूख हड़ताल की आधिकारिक सूचना आसनसोल दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त एलके मीणा, जिलाशासक शशांक सेठी, महकमाशासक (सदर) प्रलय राय चौधरी, आसनसोल साउथ थाना एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को दे दी गयी है. एएमबीए के सह सचिव चरणजीत सिंह ने हड़ताल को लेकर कड़े तेवर अख्तियार करते हुए बताया प्रशासन अनुमति दे या न दे, अनशन होगा ही. इस बार की लड़ाई निर्णायक होगी. प्रशासन को पर्याप्त समय दिया है.
समाधान नहीं हुआ. एएमबीए के सचिव श्री राय ने कहा कि न्याय की मांग पर होने वाले अनषन में शामिल होने के लिए आसनसोल मिनी बस एसोसिएशन, आसनसोल बस एसोसिएशन, बस मालिक पक्ष एवं बस कर्मियों के नामों की सूची में हजारों नाम हैं. मंगलवार से अनशन पर बैठने वालों के नामों की सूची के लिए सोमवार की संध्या बैठक के दौरान लॉटरी कर दस लोगों के नाम निर्धारित किये गये.
प्रशासनिक स्तर पर हो रही पहल, निराकरण शीघ्र
जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बसों की हड़ताल समाप्त हो जाने में ही सबका हित है. बसों की हड़ताल से शिल्पांचल की जनता तकलीफ में है. मिनी बसें एवं बड़ी बसों के परिचालन बंद होने से सिर्फ आम यात्री ही नहीं, स्टूडेंटस, मरीज, व्यवसायी, ग्राहक सभी परेशानी में हैं. प्रशासनिक स्तर से हड़ताल समाप्त करने के प्रयास जारी हैं. बसों एवं ऑटों के विवाद के निबटारे को लेकर प्रशासनिक स्तर से दोनों पक्षों के साथ कई बार बैठक की जा चुकी है. प्रशासन अभी भी प्रयास कर रहा है. हालांकि उन्होंने अपने स्तर से समाधान को लेकर अब तक किसी बैठक के पहल से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मिनी बस, बड़ी बस मालिकों से मिलकर हड़ताल समाप्ति की अपील करेंगे ताकि जनता को हो रही परेशानियां समाप्त हो सकें और शहर में बसों का परिचालन पूर्ववत हो सके.
केएनयू, कॉलेज परीक्षार्थियों को भारी परेशानी
बसों के चलने से सोमवार को काजी नजरूल विश्वविद्यालय, बीबी कॉलेज, टीडीबी कॉलेज (रानीगंज), बीसी कॉलेज, आसनसोल गल्र्स कॉलेज में परीक्षा देने जा रहे सेकेंड सेमेस्टर के स्टूडेंटस को भारी दिक्कतों का सामना करना पडा. केएनयू के स्टूडेंटस ने बताया कि कल्ला बाईपास रूट स्थित केएनयू में कक्षा आने और परीक्षा के लिए बसों का पहले से ही अभाव है. उस पर हड़ताल के कारण स्टूडेंटस की असुविधा और बढ़ी है. स्टूडेंटसों ने बताया कि बसें चलने से स्टूडेंटसों को किराये में छुट मिलती थी. जिससे कुछ राहत थी. परंतु बस बंद होने से ऑटो, टोटो ही एक मात्र विकल्प है. जहां मजबूरन दोगुना, तीगुना किराया देना पड रहा है और कंशेसन भी नहीं दिया जा रहा है. पहचान पत्र दिखाने पर भी ऑटो चालक छूट देने को तैयार नहीं हैं.
लगातार की जा रही प्रशासनिक बैठक: प्रलय रायचौधरी
आसनसोल सदर महकमाशासक तथा अतिरिक्त जिलाशासक (सामान्य) प्रलय राय चौधरी ने कहा कि बसों की हड़ताल समाप्त करने को लेकर बस एसोसिएशन पक्षों से दो बार बैठक हो तुकी है. मामले को जल्द समाधान कर लिया जायेगा. अवैध रूप से चल रहे कुछ ऑटो और टोटो को पकड़ा गया है. धरपकड़ अभियान जारी है. उन्होंने कहा कि सोमवार को रानीगंज पंजाबी मोड से लेकर मेजिया घाट तक दो बसों का परिचालन आरंभ किया गया है. हडताल समाप्त करने को लेकर प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि हड़ताली बस मालिक कोई समय देने को तैयार नहीं है. वे सिर्फ निर्णय चाहते हैं. जबकि यह मामला काफी उलझा हुआ है. इसके समाधान के लिए जिला प्रशासन को समय देना ही होगा. उन्होंने कहा कि हठधर्मिता से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होगा.
नियामतपुर में निकली प्रतिवाद रैली, सीएम से गुहार
सीतारामपुर. लगातार छह दिनों से मिनी तथा बड़ी बसों क ी जारी हड़ताल से हो रही परेशानी से आक्र ोशित नागरिको ने सोमवार को नियामतपुर में प्रतिवाद रैली निकाली. खुदी राम बोस की प्रतिमा के पास मोमबतियां जलायी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से हस्तक्षेप की मांग की गयी.
स्थानीय निवासियों ने धर्मशाला बस स्टैंड से नियामतपुर मोड खुदी राम की प्रतिमा तक रैली निकली. वहां सभा की गयी. डॉ लियाकत अली, गुरविंदर सिंह, खुर्शीद आलम, जहांगीर आलम, निर्मल गुप्ता, प्रकाश दास, संतोष बर्मा, कंचन सिंहा, विजय साव, दिवाकर आदि उपस्थित थे. वक्ताओं ने कहा कि महंगाई से परेशानी के बाद बस हड़ताल से परेशानी बढ़ गयी है. सभी गतिविधियां प्रभावित हो रही है. मुख्यमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. प्रशासन अभी तक वैकिल्पक व्यवस्था नहीं कर सका है. सरकारी बसों की संख्या काफी कम है.