खदानों की सुरक्षा में उतारे गये दो जर्मन शेफर्ड
रूपनारायणपुर : इसीएल की खदानों की सुरक्षा में तैनात किये गये प्रशिक्षित कुत्ते भी. जो सुरक्षा कर्मियों तथा सीआइएसएफ का सहयोग करेंगे. परीक्षण के तौर पर तीन माह के लिए सालानपुर एरिया में दो जर्मन शेफर्ड कुत्ताें को इस कार्य में लगाया गया है. ये सुरक्षाकर्मियों के साथ फिलहाल 12 घंटे ड्यूटी करेंगे. मंगलवार से […]
रूपनारायणपुर : इसीएल की खदानों की सुरक्षा में तैनात किये गये प्रशिक्षित कुत्ते भी. जो सुरक्षा कर्मियों तथा सीआइएसएफ का सहयोग करेंगे. परीक्षण के तौर पर तीन माह के लिए सालानपुर एरिया में दो जर्मन शेफर्ड कुत्ताें को इस कार्य में लगाया गया है. ये सुरक्षाकर्मियों के साथ फिलहाल 12 घंटे ड्यूटी करेंगे. मंगलवार से इन्हें कार्य पर लगा दिया गया. यदि इनका अनुभव सार्थक रहा तो कंपनी में डॉग स्क्वायड गठित किया जायेगा.
कंपनी की खदानों में स्थानीय लोगों का प्रवेश आम है. सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण खदानों में प्रवेश करते है और कोयला लूट कर ले जाते हैं.
इसे रोकने में कंपनी को सफलता नहीं मिल रही है. इस क्रम में सुरक्षा अधिकारी और कर्मियों पर भी हमला हो चुका है. सालानपुर एरिया के सुरक्षा अधिकारी राजा पाल ने डॉग स्क्वायड तैयार करने का प्रस्ताव कंपनी मुख्यालय को भेजा था. उसमें दावा किया गया था कि इससे कोयला लूट पर रोक लगेगी. परीक्षण के तौर पर कंपनी ने इसकी मंजूरी दे दी है. एक निजी एजेंसी को इसका कार्य सौंपा गया है.
निजी एजेंसी दो जर्मन शेफर्ड और दो डॉग हैंडलर देकर तीन माह तक नि:शुल्क यह कार्य करने को तैयार है. मंगलवार से सालानपुर एरिया में दोनों की तैनाती कर दी गयी. सुरक्षा अधिकारी मेजर पाल ने बताया कि खदान परिसर के बाहर ‘कुत्ताें से सावधान’ का बोर्ड लगा दिया जायेगा. कुत्ते डॉग हैंडलर के साथ पेट्रोलिंग टीम के साथ कार्य करेंगे. खदानों में ग्रामीणों के घुसने पर उन्हें भगाने के लिए कुत्ताें को छोड़ दिया जायेगा. परीक्षण यदि सफल हुआ तो तीन माह बाद कंपनी इसकी समीक्षा कर आगे की रणनीति बनायेगी.