पारबेलिया कोलियरी से उत्पादन पर लगी रोक

जेसीसी की बैठक में प्रबंधन ने दिया गड़बड़ी दूर करने का आश्वासन कोलियरी चालू करने के पक्ष में यूनियन प्रतिनिधियों ने दिया हर सहयोग नितुरिया : खान सुरक्षा महानिदेशालय (पूर्वी जोन) सीतारामपुर एरिया (दो) द्वारा सोदपुर एरिया की पारबेलिया कोलियरी का निरीक्षण करने के बाद बीते 23 अगस्त को कई नियमो का उल्लंघन दर्शाते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 3, 2017 10:04 AM
जेसीसी की बैठक में प्रबंधन ने दिया गड़बड़ी दूर करने का आश्वासन
कोलियरी चालू करने के पक्ष में यूनियन प्रतिनिधियों ने दिया हर सहयोग
नितुरिया : खान सुरक्षा महानिदेशालय (पूर्वी जोन) सीतारामपुर एरिया (दो) द्वारा सोदपुर एरिया की पारबेलिया कोलियरी का निरीक्षण करने के बाद बीते 23 अगस्त को कई नियमो का उल्लंघन दर्शाते हुए फिलहाल अगले आदेश तक कर्मियों को काम पर न भेजने का निर्देश जारी किया है. श्रमिकों में रोष है.
खान सुरक्षा महानिदेशालय के डीजीएम सुरक्षा तथा अन्य अधिकारियों ने बीते 23 अगस्त को पारबेलिया कोलियरी खदान को निरीक्षण किया था. खदान के अंदर सतह और दामोदर नदी के जल का रिसाव के खतरे की आशंका जतायी गयी थी. खदान के अंदर आग फैलने की भी आशंका देखी गयी. इसके आधार पर खान सुरक्षा अधिनियम 22(3),1952 के तहत अनियमितता का आरोप लगाते हुए फिलहाल अगले आदेश तक पारबेलिया कोलियरी के खदान के अंदर श्रमिकों को नहीं भेजने का नोटिस जारी किया गया है.
इसके बाद स्थानीय जेसीसी की बैठक बुलाई गई जिसमें सभी श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए. बैठक में प्रबंधन के स्तर से खदान की सारी अनियमितताओं को दूर करने पर सहमति बनी जिसमे सभी श्रम संगठनों का सहयोग देने का आश्वासन दिया.
फिलहाल खदान के अंदर से जल निकासी की व्यवस्था को बहाल रखा गया है. मालूम हो कि कई कारणों से वर्ष 2008 में खान सुरक्षा महानिदेशालय द्वारा पारबेलिया कोलियरी को सीजनल माइन घोषित किया गया है.
इधर कोलियरी प्रबंधन सूत्नों का कहना है कि यहां प्रतिदिन 150-160 टन कोयले का उत्पादन होता है. अगर सब कुछ ठीक रहे तो पारबेलिया कोलियरी से अगले कई वर्षों तक कोयला का उत्पादन होता रहेगा क्योंकि इस खान के अंदर कोयला की भंडार मौजूद है. अगर जमीन धारकों से जमीन मिल जाये तो कोलियरी की उम्र एक दशक बढ़ जायेगी. जमीन अधिग्रहण का प्रयास जारी है.

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