नकली सीमेंट के गोरखधंधे का केंद्र बना दुर्गापुर का मेनगेट

सीमेंट कंपनियों को आर्थिक हानि के साथ उपभोक्ता भी ठगे जा रहे दुर्गापुर : दुर्गापुर के मेनगेट इलाके में इन दिनों नकली सीमेंट का कारोबार परवान पर है. जिससे एक ओर जहां सरकार को लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है, वहीं सीमेंट कंपनियों को भी आर्थिक हानि हो रही है. इसके अलावा पूरा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2017 11:43 AM
सीमेंट कंपनियों को आर्थिक हानि के साथ उपभोक्ता भी ठगे जा रहे
दुर्गापुर : दुर्गापुर के मेनगेट इलाके में इन दिनों नकली सीमेंट का कारोबार परवान पर है. जिससे एक ओर जहां सरकार को लाखों के राजस्व का चूना लग रहा है, वहीं सीमेंट कंपनियों को भी आर्थिक हानि हो रही है.
इसके अलावा पूरा पैसा देने के बावजूद भी उपभोक्ता ठगे जा रहे हैं. जहां सीमेंट कंपनियां इस धंधे को रोकने में अक्षम साबित हो रही है, वहीं प्रशासन भी इस अवैध कारोबार की रोकथाम के प्रति उदासीन है. स्थानीय सूत्रों के अनुसार इस धंधे की जानकारी होने के बाद भी स्थानीय पुलिस इसे कोई तवज्जो नहीं दे रही है. चर्चा है कि मिलीभगत के चलते पुलिस कारोबारी पर हाथ डालने से कतरा रही है.
वारिया फांड़ी से करीब आधा किलोमीटर दूर मेनगेट ओवर ब्रिज के समीप लिंक रोड किनारे काफी दिनों से मालवाहक वाहनों से सीमेंट लाई जाती है, जहां मिलावट करने के बाद उस नकली सीमेंट को विभिन्न गन्तव्य स्थलों के लिए रवाना कर दिया जता है. सीमेंट कहा से लायी जाती है तथा मिलावट करने के बाद उसे बोरियों में भर कर कहां खपाया जाता है, इस बारें में किसी को खबर नहीं है.स्थानीय सूत्रों के अनुसार इलाके में लोगो द्वारा बोरियों में मिलावटी सीमेंट भरने का काम किया जाता हैं.
नकली सीमेंट को मार्केट में खपाने के लिए ब्रांडेड सीमेंट की बोरियों में पैकिंग कर नकली सीमेंट कारोबारी उसे असली सीमेंट बता कर मार्केट से थोड़ी कम कीमत पर बेच देते है. सीमेंट कारोबारी के तार छोटे-बड़े ठेकेदारों के साथ जुड़े है, जो देश के नामचीन सीमेंट ब्रांड के कट्टों में भरे नकली सीमेंट को घरों व इमारतों के निर्माण कार्य में लगा देते हैं.
बताया जाता है कि नकली सीमेंट बनाने में जीरो वैल्यू डस्ट की भूमिका अहम होती है. नकली सीमेंट को बिरला, एसीसी, अम्बुजा, अल्ट्राटेक जैसी कई नामी कंपनियों के बोरों में भरा जाता है और फिर बाजार में सप्लाई की जाती है. यहां बता दें कि नकली सीमेंट की गुणवत्ता न के बराबर रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन अभियान चला कर नकली सीमेंट पर रोक लगा दे, तो उपभोक्ताओं को भी ठगी का शिकार होने से बचाया जा सकता है.

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