जमीन अधिग्रहण के बाद भी नहीं दी गयी नौकरी
बराकर : भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के चांच विक्टोरिया एरिया कार्यालय के समक्ष मंगलवार को मां कल्याणोश्वरी चापतोडिया प्रोजेक्ट लैंड लूज़र्स एसोसिएशन से जुड़े 16 विस्थापितों ने जमीन अधिग्रहण के बदले नौकरी की मांग के समर्थन में धरना शुरू किया. धरना पर बैठे विस्थापितों ने कहा है कि बीसीसीएल प्रबंधन ने कोयला खनन के […]
बराकर : भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के चांच विक्टोरिया एरिया कार्यालय के समक्ष मंगलवार को मां कल्याणोश्वरी चापतोडिया प्रोजेक्ट लैंड लूज़र्स एसोसिएशन से जुड़े 16 विस्थापितों ने जमीन अधिग्रहण के बदले नौकरी की मांग के समर्थन में धरना शुरू किया.
धरना पर बैठे विस्थापितों ने कहा है कि बीसीसीएल प्रबंधन ने कोयला खनन के लिए उनकी जमीन ले ली. कोयला खनन के साथ-साथ उस जमीन पर सड़क का भी निर्माण कर लिया. लेकिन उन्हें पूरा मुआवजा अभी तक नहीं मिला. किसी न किसी बहाने उन्हें परेशान किया जा रहा है.
एरिया महाप्रबंधक बार बार सिर्फ आश्वासन दे रहे हहैं, लेकिन समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि उनकी जमीन तृषि योग्य भी नहीं रह गयी है. इस कारण उनके परिजनों के सामने भूखमरी की स्थिति बनने लगी है. उन्होंने कहा कि गिनती के जिन ग्रामीणों को जमीन के बदले नौकरी मिली है, उन्हें आंदोलन को कमजोर करने को कहा जा रहा है. इंकार करने पर उन्हें दूर-दराज के इलाकों में तबादला करने की धमकी दी जा रही है. जमीन के मामले संबंधित कागजात तीन साल से लंबित है. महाप्रबंधक के आश्वासन सुन-सुन कर वे थक गये हैं.
उन्होंने कहाकि विवशता में एरिया कार्यालय के समक्ष आंदोलन शुरू किया गया है. यदि उनकी मांगें पूरी न हुयी तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे. धरना पर बैठनेवाल ग्रामीणों में काला सोना पाल, बिमल दत्त, साधन घोष, सुशांत कापड़ी, पीयूष मुखर्जी, रोबिन रजवार, संतोष पाल, उज्जवल पाल, सपन मंडल, नयन मंडल, भोला नाथ आदि शामिल हैं. धरना में ग्रामीण युवती भी शामिल हैं. इस संबंध में एरिया महाप्रबंधक आरबी कुमार ने कहा कि एरिया कार्यालय के समक्ष कोई भी धरना नही चल रहा है. उन्हें ग्रामीणों के आंदोलन की कोई सूचना नहीं है. जहां तक भूमि अधिग्रहण का मुद्दा है, जमीन से संबंधित संचिकाएं कंपनी मुख्यालय भेजी गयी है.