खदानों में मोबाइल फोन का उपयोग नहीं

सावधानी. सीआईएल सहित विभिन्न कोयला खदानों में सुरक्षा को लेकर फरमान कॉरपोरेट सेफ्टी बोर्ड के स्तर से जारी किया सभी कंपनियों को निर्देश फोन पर व्यस्तता के कारण कार्यस्थल पर दुर्घटना की बनती है आशंका श्रमिकों के बीच इस निर्णय के मुद्दे पर बन रही है अलग-अलग राय सांकतोडिया : कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 4, 2018 4:08 AM

सावधानी. सीआईएल सहित विभिन्न कोयला खदानों में सुरक्षा को लेकर फरमान

कॉरपोरेट सेफ्टी बोर्ड के स्तर से जारी किया सभी कंपनियों को निर्देश
फोन पर व्यस्तता के कारण कार्यस्थल पर दुर्घटना की बनती है आशंका
श्रमिकों के बीच इस निर्णय के मुद्दे पर बन रही है अलग-अलग राय
सांकतोडिया : कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) व इसकी अनुषांगिक कोयला कंपनियों के कोयलाकर्मी खदान के अंदर अब मोबाइल फोन का उपयोग नहीं कर सकेंगे. कॉरपोरेट सेफ्टी डिपार्टमेंट ने सुरक्षा को मद्देनजर इस पर रोक लगाने का फरमान जारी किया है. सभी कंपनियों को आदेश जारी किया गया है, पर इसीएल मुख्यालय में आदेश अभी तक नहीं पहुंचने के कारण इसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका है.
सीआईएल के सेफ्टी बोर्ड का तर्क है कि कोयला कर्मियों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाना चाहिए. मोबाइल फोन हर किसी के जीवन का अभिन्न अंग हो गया है, पर कार्य के दौरान मोबाइल फोन का अविवेकपूर्ण ढंग से उपयोग किए जाने पर समस्या खड़ी होने लगी हैं.
खास तौर पर माइंस एवं कार्यस्थल पर मोबाइल फोन ले जाने से दुर्घटना की आशंकाएं बढ़ गई है. हैवी मशीन संचालन के दौरान कर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर ही मोबाइल फोन का उपयोग करते है. कई बार कर्मी बात करते-करते विचलित भी हो जाता है और उनकी बातों से सहकर्मी परेशान हो जाते हैं. कर्मियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सुरक्षा विभाग ने इस पर रोक लगाने का आदेश सभी कंपनियों के निदेशक, महाप्रबंधक सेफ्टी को भेजा है. इसीएल मुख्यालय के अनुसार आदेश की प्रति स्थानीय स्तर पर किसी भी कार्यालय में नहीं पहुंची है, इसलिए फिलहाल इसका क्रि यान्वयन नहीं किया गया है. संभावना जतायी जा रही है कि जल्द ही आदेश पहुंचने पर इसे लागू किया जायेगा. हालांकि कोयला कर्मियों में इस आदेश को लेकर अलग ही चर्चा शुरू हो गयी है. उनका कहना है कि मोबाइल फोन का उपयोग जरूरी है. उन्होंने कहा कि एक ओर प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया का नारा दे रहे हैं, दूसरी तरफ कोल इंडिया के अधिकारी मोबाइल फोन के उपयोग पर रोक लगा रहे हैं. मोबाइल फोन नहीं होने की स्थिति में कोई बड़ी दुर्घटना होने की सूचना देना भी मुश्किल हो जायेगा. हालांकि कर्मियों के बड़े तबके का मानना है कि सेफ्टी के लिहाज से यह निर्णय अच्छा कदम है.
महाप्रबंधक (सेफ्टी) ने जारी आदेश में कहा है कि दुर्घटना की कई तस्वीर विचिलत करने वाली होती है. इसका असर कर्मी के मन-मस्तिष्क पर भी पड़ता है. इसका असर कामकाज पर भी पड़ता है. ऐसे में सुरक्षा के लिए कड़े नियम बनाये जा रहे हैं. कोलियरी, प्रोजेक्ट तथा खदान परिक्षेत्न में बैनर पोस्टर के माध्यम से मोबाइल फोन के उपयोग पर रोक लगायी जानी चाहिए.

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