बोले बाबुल सुप्रियो – ”हां” मैंने कहा चमड़ी उधेड़वा लूंगा लेकिन…
आसनसोल : हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने को लेकर गुरुवार को केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो तथा पुलिस के बीच बहस व धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल हालात का जायजा लेने चांदमारी जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. भीड़ और हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री कथित तौर पर पुलिस […]
आसनसोल : हिंसा प्रभावित इलाकों में जाने को लेकर गुरुवार को केंद्रीय भारी उद्योग राज्यमंत्री और भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो तथा पुलिस के बीच बहस व धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल हालात का जायजा लेने चांदमारी जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. भीड़ और हंगामे के बीच केंद्रीय मंत्री कथित तौर पर पुलिस से उलझ गये. इसी बीच कुछ न्यूज चैनल घटना का एक वीडियो क्लिप चला रहे हैं जिसमें बाबुल सुप्रियो कहते नजर आ रहे हैं कि क्या मैंने आपसे लड़ने को कहा ? मैं चला जाऊंगा… लेकिन आप मुश्किल में आ जाएंगे. मगर जब एक शख्स ने उन्हें वापस जाने और उन्हें अकेला छोड़ने के लिए कहा तो सुप्रियो चिल्लाते हुए कहते हैं- तुम्हारी चमड़ी उधेड़वा लूंगा…
Yes I said that to the 3 TMC cadres who appeared out of nowhere &started abusing me&threatening the victims who were speaking up•Anger is a pure emoticon&I was infuriated with their dirty provocative comments when all@I ws doing was listen to them•Shud I wear bangles&flee?😡 https://t.co/uGACbhHpnQ
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 30, 2018
इस क्लिप के संबंध में आज बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि ‘हां ‘ मैंने ऐसा कहा. वहां पर टीएमसी के दो-तीन शरारती तत्व मौजूद थे जो माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे थे. वे मुझे गालियां दे रहे थे. जो पीडित मुझसे मिलना चाह रहे थे उन्हें ये शरारती तत्व डराने का काम कर रहे थे. इमोशनल में मैं गुस्से में आ गया. उनके उकसावे में मैं आ गया. क्या मुझे चूडियां पहन लेनी चाहिए थी ? भाग खड़ा होना चाहिए था…
विभिन्न गैरजमानती धाराओं में बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने आइपीएस अधिकारी के साथ मारपीट करने, धारा 144 का उल्लंघन और अशांति फैलाने की विभिन्न गैरजमानती धाराओं में बाबुल सुप्रियो के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आसनसोल नॉर्थ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. केंद्रीय मंत्री ने भी पुलिस के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बाबुल को फोन कर मामले की जानकारी ली है. बाबुल केंद्र को एक रिपोर्ट सौंपेंगे. जानकारी के अनुसार, बाबुल सुप्रियो को स्थानीय पुलिस ने दंगा प्रभावित इलाके में जाने से मना किया था. लेकिन वह हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंच गये. उन्होंने कल्याणपुर हाउसिंग स्थित एक मैरिज हॉल में शरण लेने वाले दंगा पीड़ितों से मुलाकात की. दंगा पीड़ितों ने उन्हें आपबीती बतायी और चांदमारी के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करने का अनुरोध किया. बाबुल लोगों के साथ चांदमारी की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया. यहीं से हंगामा शुरू हो गया. केंद्रीय मंत्री और पुलिस के बीच कथित तौर पर धक्का-मुक्की हो गयी. बाबुल ने पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया. हालांकि पुलिस ने आरोप लगाया है कि सांसद ने आइपीएस अिधकारी रूपेश कुमार के साथ मारपीट की. रूपेश कुमार कोलकाता से विशेष तौर पर दंगा नियंत्रण के लिए आसनसोल भेजे गये हैं. वह पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक-कोलकाता दक्षिण) के पद पर तैनात हैं. प्रशासन ने कोलकाता से आसनसोल में हालात नियंत्रित करने के लिए विशेष बल भेजे हैं. इस बल में शामिल निरीक्षक रैंक के अधिकारी देवज्योति साहा ने बाबुल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.
क्या है मामला
रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान रानीगंज में हिंसा भड़क उठी. एक शख्स की मौत हो गयी और बम विस्फोट में डीसीपी का हाथ उड़ गया. उसके बाद से रानीगंज और आसनसोल का रेलपाल इलाका अशांत बना हुआ है. गुरुवार को भी तनाव रहा. हालात नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लगाने के साथ इंटरनेट सेवाएं स्थगित कर दी हैं. गौरतलब है कि आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने कोलकाता में कहा था कि पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से रानीगंज इलाके में हिंसा भड़की थी. अगर पुलिस ने पहले कदम उठाये होते तो हिंसा को टाला जा सकता था. पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के कहने के मुताबिक काम किया और इलाके में गुंडों को पूरी छूट दे दी.
हालात से निपटने को केंद्रीय बल जरूरी: सांसद
केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने कहा: केवल केंद्रीय बलों की तैनाती के जरिये इलाके में शांति बहाल की जा सकती है. स्थानीय लोगों का पुलिस पर विश्वास नहीं रह गया है. जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में जाने का पूरा हक है और खासकर ऐसे समय जब लोग दिक्कत में हैं. मंत्री होने के नाते मैं नियमों का उल्लंघन नहीं कर सकता. मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह को घटना की जानकारी दूंगा.