आसनसोल : कोल इंडिया : आठ महीने में तीन चेयरमैन
आसनसोल : कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) ने पिछले आठ माह के दौरान तीन-तीन चेयरमैन देखे. 31 अगस्त, 2017 को कोल इंडिया के तत्कालीन चेयरमैन (आईएएस अधिकारी) सुतीर्थ भट्टाचार्या की सेवानिवृत्ति के बाद एक सितंबर, 2017 से छह माह के लिए कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी गोपाल सिंह को कोल […]
आसनसोल : कोल इंडिया लिमिटेड (सीआइएल) ने पिछले आठ माह के दौरान तीन-तीन चेयरमैन देखे. 31 अगस्त, 2017 को कोल इंडिया के तत्कालीन चेयरमैन (आईएएस अधिकारी) सुतीर्थ भट्टाचार्या की सेवानिवृत्ति के बाद एक सितंबर, 2017 से छह माह के लिए कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी गोपाल सिंह को कोल इंडिया का प्रभारी चेयरमैन बनाया गया था.
फरवरी में श्री सिंह का छह माह का कार्यकाल पूरा होने के बाद पुन: श्री सिंह को प्रभारी चेयरमैन पद पर एक्सटेंशन कोयला मंत्रलय ने यह कह कर दिया कि जब तक कोल इंडिया के स्थायी चेयरमैन पद पर किसी की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक गोपाल सिंह कोल इंडिया के प्रभारी चेयरमैन पद पर बने रहेंगे. अचानक दो माह बाद 19 अप्रैल को कोयला मंत्रलय के अतिरिक्त कोयला सचिव सुरेश कुमार को गोपाल सिंह के स्थान पर कोल इंडिया के चेयरमैन का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया.
इस प्रकार पिछले आठ माह के दौरान कोल इंडिया ने तीन-तीन चेयरमैन को देखा. कोयला मंत्रलय से इसके पहले एक और अधिकारी भी कोल इंडिया के प्रभारी चेयरमैन बने थे. कोयला मंत्रलय के पूर्व एडिशनल कोल सेकेट्ररी एके दूबे को भी वर्ष 2016 में कोल इंडिया का एक्टिंग चेयरमैन बनाया गया था. श्री दूबे इस पद पर लगभग तीन माह तक रहे थे.
आपसी खींचतान में कई नहीं बन पाये चेयरमैन
वर्ष 1997-98 में सीसीएल के सीएमडी रहे बाला स्वामी अकला का चेयरमैन पद पर सेलेक्शन होने के बावजूद वे चेयरमैन नहीं बन सके. सेलेक्शन के दो-तीन दिन बाद ही उनके आवास पर सीबीआई का छापा पड़ा. इसके बाद चेयरमैन के पद पर उनके लिए ग्रहण लग गया. जानकारी के अनुसार उस समय सीसीएल के कार्मिक निदेशक देवल सहाय और सीएमडी बी अकला के बीच रिश्तों में आयी खटास ने दोनों अधिकारियों को अपने लक्ष्य से दूर कर दिया था. कार्मिक निदेशक देवल सहाय भी अपने पद से डिमोशन कर बाद में महाप्रबंधक बना दिये गये थे. इसी तरह बीसीसीएल के सीएमडी टीके लाहिड़ी तथा डब्ल्यूसीएल के सीएमडी डीसी गर्ग के बीच चले शीत युद्ध ने दोनों अधिकारियों को सेलेक्शन के बावजूद चेयरमैन की कुर्सी पर पहुंचने नहीं दिया. उस वक्त चेयरमैन पद पर सेलेक्शन में एक नंबर पर श्री लाहिड़ी तथा दो नंबर पर श्री गर्ग का नाम था. इस कारण श्री गर्ग ने श्री लाहिड़ी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. इस बार भी अचानक गोपाल सिंह को प्रभारी चेयरमैन पद से मुक्त करने के पीछे बड़ी कहानी है.
86 बैच के आईएएस अधिकारी है सुरेश कुमार
कोल इंडिया के नये प्रभारी चेयरमैन सुरेश कुमार जम्मू कश्मीर के 1986 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. जबकि श्री कुमार का डोमिसाइल स्टेट हिमाचल प्रदेश है. 27 मई, 1959 को जन्मे श्री कुमार ने आईएआरआई से एग्रीकल्चर में एमएसी किया है. कोयला मंत्रलय में एडिशनल कोल सेकेट्ररी के रूप में इन्होंने एक अक्तूबर, 2016 को योगदान किया था. कोयला मंत्रलय से पहले श्री कुमार रक्षा मंत्रलय में भी एडिशनल सेक्रेटरी रह चुके हैं. पूर्व एडिशनल सेक्रेटरी एके दूबे के स्थान पर अक्तूबर, 2016 में इन्हें कोयला मंत्रलय में एडिशनल सेक्रेटरी बनाया गया था.
सीजीएम पद के लिए होनेवाली साक्षात्कार स्थगित
सीआइएल और सहायक कंपनियों के अधिकारियों की खुशखबरी पर ग्रहण लग गया. ये अधिकारी जीएम (ई-आठ) से आगे के पद पर भी प्रोन्नत होनेवाले थे. इसके लिए 24 से 30 अप्रैल तक कोलकाता में होनेवाला इंटरव्यू कैंसल कर दिया गया है. कार्मिक महाप्रबंधक तृप्ति पी साव ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. कोल इंडिया, सहायक कं पनियों के सीएमडी को इसकी सूचना दे दी गयी है. माइनिंग, सिविल, इएंडएम, मार्केटिंग एंड सेल्स, कार्मिक, वित्त, मेडिकल, उत्खनन, एमएम, सिस्टम एंड इडीपी, टेलीकम्यूनिकेशन व जियोलॉजी आदि संवर्गो के लिए साक्षात्कार होनेवाला था. उपलब्ध वेकेंसी का कट ऑफ डेट 30 सिंतबर, 2017 है. माइनिंग में 40 पद के लिए 24, 25, 26 व 27 अप्रैल को, सिविल में सात पदों के लिए 28 अप्रैल को, इएंडएम में 13 पदों के लिए 29 अप्रैल को, मार्केटिंग में एक पद के लिए 29 अप्रैल को, वित्त में तीन पदों के लिए 29 अप्रैल को, कार्मिक विभाग में तीन पदों के लिए 29 अप्रैल को तथा मेडिकल में चार पदों के लिए 29अप्रैल को साक्षात्कार निर्धारित था. इस स्थगन का मुख्य कारण सीआईएल के चेयरमैन पद पर हुआ बदलाव है. पहले इस पद का दायित्व गोपाल सिंह के पास था. 19 अप्रैल को इसका दायित्व कोयला मंत्रलय के अतिरिक्त सचिव सुरेश कुमार को मिल गया है.