कोलकाता से भागी स्कूली लड़कियां मिलीं आसनसोल में, परिजनों को सौंपा

आसनसोल : दसवीं कक्षा के यूनिट टेस्ट में खराब प्रदर्शन को लेकर पिता द्वारा डांटे जाने पर घर छोड़ कर कोलकाता से आसनसोल स्टेशन पहुंची दो नाबालिक बच्चियों रिंकी यादव (15) और श्वेता दास (14) को आरपीएफ की तत्परता से सकुशल उनके अभिभावकों को सौंपा गया. मंगलवार को आसनसोल स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या सात पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2018 2:55 AM
आसनसोल : दसवीं कक्षा के यूनिट टेस्ट में खराब प्रदर्शन को लेकर पिता द्वारा डांटे जाने पर घर छोड़ कर कोलकाता से आसनसोल स्टेशन पहुंची दो नाबालिक बच्चियों रिंकी यादव (15) और श्वेता दास (14) को आरपीएफ की तत्परता से सकुशल उनके अभिभावकों को सौंपा गया. मंगलवार को आसनसोल स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या सात पर डयूटी के दौरान आरपीएफ के एएसआई अशोक पांडे एवं स्टॉफ ने दो नाबालिग लड़कियों को डरे सहमे हुए देखा.
आरपीएफ को देख कर उन्होंने छिपने का प्रयास किया. किसी अप्रिय घटना की आशंका को ध्यान में रखते हुए अशोक पांडे अपने साथियों के साथ उनके पास पहुंचे तो उन्होंने छिपने का प्रयास भी किया. आरपीएफ जवानों ने उन्हें विश्वास में लेकर उनका नाम, घर का पता और परिजनों के मोबाईल नंबर लिए. उन्होंने बताया कि यूनिट टेस्ट में खराब प्रदर्शन के कारण घरवालों की डांट से बचने के लिए अपने अपने बांई कलाई की नस काट ली थी.
उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए रेल अस्पताल भेजा गया. सूचना पाकर न्यू अलीपूर से दोनों ही बच्चियों के अभिभावक धर्मराज यादव और दीपक दास आसनसोल आरपीएफ पोस्ट पहुंचे. जरूरी औपचारिकताओं के बाद दोनों बच्चियों को उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया. रिंकी यादव के पिता धर्मराज यादव ने कहा कि दोनों ही कोलकाता न्यू अलीपुर स्थित होली मिशन में कक्षा दसवीं में पढतीं थीं.
कुछ दिन पहले यूनिट टेस्ट में फेल होने पर उन्होंने रिंका को ध्यान से पढाई करने को कहा था. उन्होंने कहा हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी बातों को इस तरह से ले लेंगी और इतना बडा कदम उठायेंगी. अभिभावकों ने दोनों बच्चियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट न्यू अलीपुर थाने में दर्ज करायी थी.

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