कैंसर सर्वाइवर डे पर लोगों को किया गया जागरूक, अनियमित खान पान और आधुनिक लाइफ स्टाइल से बचने की दी गयी सलाह

दुर्गापुर : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, इससे लड़कर फिर खड़ा होना थोड़ा कठिन जरूर है, लेकिन हिम्मत और इलाज से इसे मिटाया जा सकता है. आज नेशनल कैंसर सर्वाइवर डे है. इसके मद्देनजर दुर्गापुर केंसर फाउंडेशन की ओर से रविवार को सिटी सेंटर स्थित सृजनी हॉल में केंसर रोगियों को लेकर एक जागरूकता शिविर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2018 12:42 AM
दुर्गापुर : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, इससे लड़कर फिर खड़ा होना थोड़ा कठिन जरूर है, लेकिन हिम्मत और इलाज से इसे मिटाया जा सकता है. आज नेशनल कैंसर सर्वाइवर डे है. इसके मद्देनजर दुर्गापुर केंसर फाउंडेशन की ओर से रविवार को सिटी सेंटर स्थित सृजनी हॉल में केंसर रोगियों को लेकर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया.शिविर का उद्घाटन दुर्गापुर महकमा शासक शंख सतारा ने दीप प्रज्जवलित कर किया.
महकमा शासक शंख सतारा ने कहा कि जिस प्रकार से दुर्गापुर केंसर फाउंडेशन के लोगो ने केंसर रोगियों को केंसर जैसी भयंकर बीमारी से लड़ने के लिए लोगो को लड़ाई करते हुए जीना सिखाती है वह बहुत बड़ा काम है.उन्होंने कहा कि केंसर एक जानलेवा बीमारी है यदि समय रहते ईलाज हो तो लोग बच सकते है. देश में बहुत से ऐसे लोग है इस जो बीमारी से लड़ रहे हैं. कुछ लोग ऐसे भी है, जिन्होंने इस बीमारी पर जीत हासिल की है. ऐसे ही लोगों को ध्यान में रखते हुए आज का दिन कैंसर सर्वाइवर डे के तौर पर मनाया जा रहा है. कैंसर से लड़ पाना कितना मुश्किल है. यह बात एक कैंसर पीड़ित ही समझ सकता है.
दुर्गापुर केंसर फाउंडेशन के अध्यक्ष डा. प्रेम नाथ दत्ता ने कहा कि कैंसर की सबसे बड़ी वजह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक जीवन शैली, तंबाकू और तंबाकू से बने उत्पादों का उपयोग है. लेकिन डॉक्टरों का ये भी कहना है कि सावधानी और समय पर इलाज कराया जाए तो कैंसर को ठीक किया जा सकता है. अनियमित खान पान और लाइफ स्टाइल से कैंसर का खतरा हर किसी को रहता है. यहां तक कि क्या बच्चे और क्या बूढ़े इस बीमारी ने सभी को अपनी गिरफ्त में ले रखा है.
ऐसे में अगर शुरुआत में इसकी जानकारी हो जाए तो बहुत हद तक इसपर कण्ट्रोल पाया जा सकता है.हमारा शरीर कई सारी कोशिकाओं से मिलकर बना होता है. समय के हिसाब से ये कोशिकाएं अपना आकार लेती रहती है. पर, कई बार ये कोशिकाएं अनियंत्रित हो जाती है और जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती है. जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी बनकर हमारे सामने आती है. केंसर रोगियों को हर प्रकार का मदद कर रहे है साथ ही उन लोगो का केंसर से लड़ते हुए जीना सिखा रहे है.भारत में कैंसर की वजह से हर दिन हजारो लोग अपनी जान गंवाते हैं वैसे, देश में फेफड़े के कैंसर से जहां सबसे ज्यादा मौत पुरुषों की हो रही हैं, वहीं स्तन कैंसर महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा घातक साबित हो रहा है.

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