आइएसीएस को मिला डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा

कोलकाता : इंडियन इंसटीट्यूट फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस (आइएसीएस) अब डीम्ड यूनिवर्सिटी बन कर रह गई है. लगभग 142 साल पुराने इस संस्थान में शैक्षणिक सत्र 2018-19 से बैचलर ऑफ साइंस व मास्टर ऑफ साइंस जैसे कोर्स शुरु किये जायेंगे.वर्तमान में यह संस्थान बेसिक साइंसेस में अनुसंधान पर ज्यादा फोकस कर रहा है. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2018 12:49 AM
कोलकाता : इंडियन इंसटीट्यूट फॉर द कल्टीवेशन ऑफ साइंस (आइएसीएस) अब डीम्ड यूनिवर्सिटी बन कर रह गई है. लगभग 142 साल पुराने इस संस्थान में शैक्षणिक सत्र 2018-19 से बैचलर ऑफ साइंस व मास्टर ऑफ साइंस जैसे कोर्स शुरु किये जायेंगे.वर्तमान में यह संस्थान बेसिक साइंसेस में अनुसंधान पर ज्यादा फोकस कर रहा है.
इस मामले में आइएसीएस के एक अधिकारी ने बताया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से उन्हें एक पत्र भेजा गया है, जिसमें इस संस्थान को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की घोषणा की गयी है. अब डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने के बाद यह संस्थान डिग्रियां प्रदान करने के लिए सशक्त हो जाएगा है. इससे पहले संस्थान में विभिन्न विषयों में इंटीग्रेटिड पीएचडी (एमएस व पीएचडी) कोर्स तो चलाये ही जा रहे थे लेकिन इसकी डिग्री कलकत्ता यूनिवर्सिटी, जादवपुर यूनिवर्सिटी व आइआइटी, खड़गपुर की ओर से दी जा रही थी.
अब संस्थान को नया दर्जा मिलने के बाद आइएसीएस अपने स्तर पर बीएस (बैचलर ऑफ साइंस) व एमएस (मास्टर ऑफ साइंस) के अलावा इंटीग्रेटिड पीएचडी प्रोग्राम भी करवा सकता है. संस्थान के पास यह भी अधिकार अथवा स्वायत्तता नहीं थी कि यह अपना पाठ्यक्रम फ्रेम कर सके, उसे कलकत्ता अथवा जादवपुर यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम अनुसार ही उसका अनुसरण करना पड़ता था.
अब डीम्ड यूनिवर्सिटी बनने से अपना सिलेबस फ्रेम करने के लिए संस्थान स्वतंत्र हो जायेगा. यहां बीएस कोर्स शुरु होगा, इसके लिए कक्षाएं अगस्त में शुरू की जायेंगी. इसमें 40 सीटें रहेंगी. इस कोर्स के लिए छात्रों का क्या क्राइटेरिया होगा, इसकी समस्त जानकारी बाद में घोषित की जायेगी. संस्थान की वेबसाइट पर भी इसकी जानकारी छात्रों की सुविधा के लिए दे दी जायेगी.

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