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पुलिस नहीं कर पाई गिरफतार, भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जांच करेगी सीआइडी

नितुरिया : पुरुलिया जिले के बलरामपुर में चार दिनोंमें भाजपा के दो कर्मियों की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है. इसकी जांच का दायित्व सीआईडी ने संभाल लिया है. मामले की जांच के लिए सीआईडी ने दोनों भाजपा कर्मियों की मौतों में संबंधित कागजात बलरामपुर पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2018 1:06 AM
नितुरिया : पुरुलिया जिले के बलरामपुर में चार दिनोंमें भाजपा के दो कर्मियों की हत्या के मामले में पुलिस ने अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है. इसकी जांच का दायित्व सीआईडी ने संभाल लिया है. मामले की जांच के लिए सीआईडी ने दोनों भाजपा कर्मियों की मौतों में संबंधित कागजात बलरामपुर पुलिस से ले लिया है. इधर भाजपा कर्मी दुलाल कुमार कश्यप की मौत को पुलिस द्वारा आत्महत्या करार दिए जाने से भाजपा खेमे में उबाल है.
उनका कहना है कि टीएमसी के गुंडों ने ये दोनों हत्याएं की है. मालूम हो कि दुलाल का शव हाई टेंशन इलेक्ट्रिक टावर से झूलता हुआ पाया गया था. भाजपा नेता इसे आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं. भाजपा नेता दुलाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत तरीके से तैयार करने का आरोप लगाया है. इधर भाजपा समर्थक और मृतक के परिजन सीआईडी में भरोसा नही होने की बात कह रहे हैं और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं.
उनका कहना है कि सीआईडी ममता सरकार के नियंत्रण में है. मृतक दुलाल के परिजन और भाजपा नेताओं का आरोप है कि इस मामले में बलरामपुर पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है. अगर पुलिस मामले दर्ज नही करेगी तो पुलिस अधीक्षक के पास जाएंगे और बात वहां भी नहीं बनी तो अदालत जायेंगे. दूसरी तरफ टीएमसी का कहना है कि पांच चिकित्सकों की टीम की उपस्थिति में पोस्टमार्टम किया गया था. किसी एक चिकित्सक ने पोस्टमार्टम नही किया था.
अगर वे लोग पोस्टमार्टम रिपोर्ट स्वीकार नहीं कर रहे हैं तब वे लोग साइंस का विरोध कर रहे हैं. इन दोनों भाजपा कर्मियों की हत्या मामले में टीएमसी और भाजपा के बीच दोषारोपण जारी है. इस मौत के सिलसिले में मृतक दुलाल का पड़ोसी स्थानीय ग्रामीण खुदीराम कुमार का कहना है कि पुलिस दुलाल की मौत को आत्महत्या बता रही है लेकिन यह आत्महत्या नहीं है. दुलाल का पहले अपहरण किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. तथा बाद में उसके शव को वहां झूला दिया गया.
जब सभी पुलिस के पास जा रहे हैं तो पुलिस उल्टे उन्हें ही धमका रही है. पुलिस पर भरोसा नहीं है. भाजपा नेता विवेक रांगा का कहना है कि आत्महत्या की कोई बात ही नहीं है. अगर पुलिस आत्महत्या बता रही है तो वह सच्चाई को छुपा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बहुत कुछ लिखा गया है. यह आत्महत्या नहीं है.
शव के साथ सीएमसी का प्रदर्शन, मिली नौकरी
हरिपुर. मुआवजे की मांग पर मृत श्रमिक के शव के साथ परासिया कोलियरी में सीएमसी (एचएमएस) ने प्रदर्शन किया प्रबंधन द्वारा मृतक के आश्रित को नौकरी तथा मुआवजा देने की घोषणा करने के बाद आंदोलन समाप्त किया गया, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सीएमसी एरिया सचिव उदीप सिंह ने बताया कि रविवार डिउटी करने के दौरान महेश भुइयां (48) परासिया घोष पोखर में हांथ पैर धोने के दौरान डूब गया था
स्थानीय लोगों ने पोखर से महेश को बाहर निकाला और कुनुस्तोड़िया एरिया अस्पताल ले गया जहाँ चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. उसके बाद वहाँ से शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, मृत्यु ड्यूटी के दौरान होने के कारण मृतक के परिजनों को नौकरी और मुआवजा तो मिलना चाहिए इस लिए यह आंदोलन करना पड़ा.

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