व्यवसायियों, निवासियों में मचा हड़कंप, नगर निगम प्रशासन ने पुराने घरों को तोड़ने का जारी किया नोटिस
दुर्गापुर : दुर्गापुर नगर निगम प्रशासन ने वर्षो पुराने तथा बिना प्लानिंग के बने घरों को तोड़ने का नोटिस जारी किया है. बेनचिति के व्यवसायियो में हड़कंप मच गया है. व्यवसायी एवं घर मालिक निगम के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गये हैं. घर तोड़े जाने के नोटिस की सूची में निगम के […]
दुर्गापुर : दुर्गापुर नगर निगम प्रशासन ने वर्षो पुराने तथा बिना प्लानिंग के बने घरों को तोड़ने का नोटिस जारी किया है. बेनचिति के व्यवसायियो में हड़कंप मच गया है. व्यवसायी एवं घर मालिक निगम के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाने में जुट गये हैं. घर तोड़े जाने के नोटिस की सूची में निगम के ही पाच से अधिक पार्षद एवं एमएमआईसी भी शामिल है.
बेनाचिति के वार्ड संख्या 15, 16, 17, 18, एवं 19 के अधीन पड़ने वाले साल बागान, घोष मार्केट, उत्तर पल्ली ,बाटा गली, कायजर मोड़, कमालपुर प्लॉट के अधिकांश मकान आर एस प्लॉट ( रीविजनल सेटलमेंट) होल्डर के अधीन पड़ते हैं. यह जमीन वर्ष 1955- 56 के साल में दुर्गापुर स्टील प्लांट निर्माण के समय शहर के महिष्कापूर, कमलपुर, मोहनपुर, गोपाल माठ इत्यादि ग्रामों के लोगों को उनके पैतृक स्थानों से हटाकर बेनाचिति में लीज के तौर पर जमीन दी गयी थी.
तत्कालीन सांसद आनंद गोपाल मुखर्जी एवं श्रमिक नेता लावण्य घटक के प्रयासों से स्टील प्लांट का शहर में निर्माण होने की खुशी एवं शहर के लोगों का रोजगार मिलने की लालस में विभिन्न ग्राम के लोग सरकार को अपनी पैतृक जमीन देकर नाचन रोड के बेनाचिति में आकर बस गए थे. उस समय पूरा शहर जंगलों से घिरा होने के कारण लोग नाचन रोड के दोनों किनारों पर अपनी मनमर्जी से घर बना लिया. तब से यह लोग बेनाचिति में रह रहे हैं.
जमीन लीज पर होने के कारण तीन पुश्त बीत जाने के बाद भी इन लोगों का घर का मालिकाना नही बदल पाया है. मालिकाना ना होने के कारण इन लोगों को बैंक लोन, होल्डिंग टैक्स सहित विभिन्न सरकारी सुविधाओं से वंचित रहना पड़ता है. दिन पर दिन शहर का विकास होने के साथ-साथ कच्चा नुमा नाचन रोड पर बसा बेनाचीति बाजार घनी बाजार एवं बस्तियों से पट गया है.
शहरी विकास को देखने के लिए 80 के दशक से दुर्गापुर नोटिफाइड एरिया,( डीएनए) बना. उसके बाद दुर्गापुर नगर निगम(डीएमसी) एवं आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकरण(अड्डा) के अधीन बेनाचिति की जमीन आ गयी. लेकिन उसके बाद इस मामले को लेकर किसी ने दखल अंदाजी नहीं की.
निगम के नए बोर्ड का गठन के एक साल नहीं होने से पहले ही अचानक निगम द्वारा बिना प्लानिंग के बने आर एस प्लॉट होल्डर वाले लोगों का प्लानिंग में शामिल करने के लिए पुराने मकानों को तोड़ने का नोटिस जारी कर दिया गया है. इस संदर्भ में सष्टि श्याम, धर्मदास श्याम, हर प्रसाद घोषाल, सुधीर पाल इत्यादि लोगों ने कहा कि निगम द्वारा इस तरह से नोटिस जारी करना गलत है.
स्टील प्लांट का निर्माण एवं शहर के लोगों का विकास के लिए हम लोगों ने अपनी पैतृक जमीन छोड़कर बेनाचिति में आकर बस गए थे. लीज पर जमीन होने के कारण हम लोगों को कोई सुविधा नहीं मिलती है. अब निगम द्वारा जारी नोटिस तुगलकी फरमान जैसा महसूस हो रहा है. इस मामले के बारे में दुर्गापुर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एवं दुर्गापुरा प्लॉट होल्डर एसोसिएशन को पत्र द्वारा सूचित किया गया है. मेयर दिलीप अगस्ती ने कहा कि ऐसे ऐसे बहुत मामलों का नोटिस जारी किया गया है.