पुरुलिया में तृणमूल कांग्रेस की जवाबी सभा आज

आद्रा : तीन दिनों के अंदर एक ही स्थान पर दो भिन्न भिन्न राजनीतिक दलों की जनसभा को देखते हुए पुरूलिया जिला सहित राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. पिछले 28 जून को पुरुलिया शहर के समक्ष सिमुलिया मैदान पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने जिला के बलरामपुर प्रखंड में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2018 3:43 AM
आद्रा : तीन दिनों के अंदर एक ही स्थान पर दो भिन्न भिन्न राजनीतिक दलों की जनसभा को देखते हुए पुरूलिया जिला सहित राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. पिछले 28 जून को पुरुलिया शहर के समक्ष सिमुलिया मैदान पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने जिला के बलरामपुर प्रखंड में तीन भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के प्रतिवाद में शहीद सभा की थी. जिला भाजपा के अध्यक्ष विद्यासागर चक्रवर्ती ने दावा किया है कि श्री शाह की सभा में लाखों की तादाद में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए.
इसके अलावा लाखों की तादाद में भाजपा कार्यकर्ताओं को सभा स्थल तक पहुंचने नहीं दिया गया. तृणमूल ने प्रशासन से मिलकर सभास्थल को आने वाली सभी सड़कों को जाम कर दिया था. इस कारण लाखों की तादाद में भाजपा कार्यकर्ता सभास्थल तक पहुंच नहीं पाये. मौजूदगी देखकर तृणमूल बौखला गई है क्योंकि इतने तादाद में भाजपा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इतिहास रच दिया है. तृणमूल ने यहां जो चुनावी सभा करने का एलान किया है इसमें हजारों से भी कम लोग उपस्थित होंगे क्योंकि पुरुलिया सहित राज्य के लोगों ने अपने दिलों से तृणमूल का नाम डिलिट कर दिया है.
तृणमूल के जिला अध्यक्ष शांति राम महतो ने बताया कि रविवार को पुरुलिया के सिमुलिया मैदान में सभा होगी यह सभा भाजपा के भ्रष्टाचार के खिलाफ होगी. इन दिनों भाजपा ने पुरूलिया जिला के साथ-साथ पूरे राज्य में जो नाटक कर रही है, इसका जवाब इस दिन सिमुलिया के मैदान से दिया जायेगा. इस सभा में लाखों की तादाद में तृणमूल कार्यकर्ताओं के साथ साथ मंत्री शुभेंदु अधिकारी, मंत्री फिरहाद हकीम, मंत्री शशि पांजा, मंत्री संध्या रानी टुडू, पूर्व मंत्री सुकुमार हांसदा सहित जिला के सभी तृणमूल विधायक एवं सांसद उपस्थित होंगे. इस सभा की इन दिनों पूरी जोर शोर से तैयारी चल रही है क्योंकि यह सभा भारतीय जनता पार्टी के जनविरोधी नीतियों जगह-जगह आपराधिक घटनाओं को अंजाम देना लोगों में भेदभाव पैदा करना धर्म के नाम पर लोगों में बंटवारा पैदा करना के खिलाफ है.

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