कोलियरी को बंद करने की हो रही साजिश
जामुड़िया : ईसीएल के सातग्राम एरिया अंतर्गत मॉडर्न सातग्राम कोलियरी को इसीएल प्रबंधन साजिश के तहत बंद करना चाहता है. यह आरोप लगाते हुये मंगलवार को कोलियरी परिसर में श्रमिक संगठनों ने विरोध सभा आयोजित की. सभा की अध्यक्षता श्रमिक नेता सिद्धेश्वर राम ने की. मौके पर आईएनटीटीयूसी के तारकेश्वर सिंह, सुखमय पांडेय, संजीव पांडेय, […]
जामुड़िया : ईसीएल के सातग्राम एरिया अंतर्गत मॉडर्न सातग्राम कोलियरी को इसीएल प्रबंधन साजिश के तहत बंद करना चाहता है. यह आरोप लगाते हुये मंगलवार को कोलियरी परिसर में श्रमिक संगठनों ने विरोध सभा आयोजित की. सभा की अध्यक्षता श्रमिक नेता सिद्धेश्वर राम ने की. मौके पर आईएनटीटीयूसी के तारकेश्वर सिंह, सुखमय पांडेय, संजीव पांडेय, एटक के गोपाल शरण ओझा, मनोज सिंह, एचएमएस के चुन्नू तिवारी, सीटू के देवीदास बनर्जी, बीएमएस के विनोद सिंह, केएमसी के कामेश्वर यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
सभा को संबोधित करते हुए सीटू नेता देवी दास बनर्जी ने कहा कि इसीएल प्रबंधन साजिश के तहत सातग्राम एरिया अंतर्गत चलने वाली रोटीबाटी, कुआर्डिह, तिराट, नागेश्वर, मीठापुर तथा शीतलदास ओसीपी को पहले ही ही बंद कर चुका है.
अब मॉडर्न सातग्राम को भी बंद करना चाहता है. एरिया महाप्रबंधक तानाशाही रैवया अपनाकर एक के बाद एक कोलियरियां बंद करने पर उतारू है. प्रबंधन के मंसूबे पर पानी फेरने के लिये श्रमिकों को एकजुट होना होगा. एटक के मनोज सिंह ने बताया कि मॉडर्न सातग्राम कोलियरी में पांच मिलियन टन से अधिक कोयला रहने के बावजूद भी प्रबंधन यहां के श्रमिकों का स्थानांतरण करना चाहता है. महाप्रबंधक तानाशाही रवैया अपना कर इस माइंस को बंद कर करना चाह रहे हैं.
श्रमिक संगठन किसी भी कीमत पर इसे बंद नहीं होने देंगे. उन्होंने बताया कि इसी कोलियरी अंतर्गत मीठापुर सिम को अब तक अब तक प्रबंधन ने कोयला उत्पादन के लिए हाथ नहीं लगाया है जबकि यहां कोयला का विशाल भंडार है. प्रबंधन के इस रवैये के विरुद्ध श्रमिक संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं. जरूरत पड़ने पर ईसीएल मुख्यालय में भी धरना प्रदर्शन किया जायेगा.