आसनसोल : शहर में बनेगा अत्याधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक

ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत होने में धाधंली को समाप्त करने की हुई पहल आसनसोल : आसनसोल महकमा में विभिन्न वाहनों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए चालकों को अब कठिन परीक्षा देनी होगी. आसनसोल में अत्याधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने के लिए परिवहन विभाग ने जमीन मुहैया कराने को लेकर जिला प्रशासन को पत्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2018 11:45 PM
ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत होने में धाधंली को समाप्त करने की हुई पहल
आसनसोल : आसनसोल महकमा में विभिन्न वाहनों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए चालकों को अब कठिन परीक्षा देनी होगी. आसनसोल में अत्याधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने के लिए परिवहन विभाग ने जमीन मुहैया कराने को लेकर जिला प्रशासन को पत्र भेजा है.
यहां कम्प्यूटराइज पद्धति से ड्राइविंग का टेस्ट होगा. इसमें उतीर्ण होने पर ही चालकों को लाईसेन्स प्राप्त होगा.
जिला प्रशासन ने इसके लिए दो जगहों को चिन्हित किया है. पहली जमीन आसनसोल सेवेन्थ बटालियन के भवन के पीछे एडीडीए की जमीन है और दूसरी परिवहन विभाग की ही चौरंगी पुलिस फांडी के पास साढ़े छह एकड़ जमीन है.
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने एडीडीए की जमीन का निरीक्षण किया. लेकिन यह जमीन उन्हें पसंद नहीं आयी है. संभावना है कि यह ट्रैक चौरंगी पुलिस फांडी के निकट ही बनेगा और जिला परिवहन विभाग का नया कार्यालय भी यहीं बनेगा.
क्यों बन रहा है अत्याधुनिक ट्रैक
राज्य सरकार ने पूरे राज्य में पांच अत्यधुनिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने का निर्णय लिया है. जिसमे एक आसनसोल में भी बनेगा. वाहन चलाने का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए चालकों को वाहन चलाने की परीक्षा देनी होती है.
इस परीक्षा को पास करने में काफी धांधली होती है. इस कार्य मे सम्पूर्ण रूप से पारदर्शिता लाने के लिए राज्य सरकार ने इसे कम्प्यूटराइज करने का निर्णय लिया है. जिसके लिए राज्य के पांच जिला में अत्याधुनिक ट्रैक बनाने का निर्णय हुआ. इस टेस्ट ट्रैक अन्य जिला के चालकों के भी परीक्षा लेने की परियोजना पर विचार चल रहा है.
सेंसर युक्त होगा यह ट्रैक
सूत्रों के अनुसार यह ट्रैक अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगा. ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर सेंसर लगे होंगे. जो वाहन की गति, वाहन चलाने की पद्धति की निगरानी करेंगे. जिसकी जानकारी सीधे कम्प्यूटर पर भेजी जायेगी. सेंसर द्वारा संग्रह आंकड़ा के आधार पर कम्प्यूटर उस चालक को पास या फेल करेगा. इस प्रक्रिया में मैनुअली कुछ भी करने का प्रावधान नहीं रहेगा.
बेहतर चालकों को ही लाइसेंस : महकमा शासक
सदर आसनसोल के महकमाशासक प्रलय रायचौधरी ने बताया कि अत्याधुनिक ट्रैक बन जाने से जो बेहतर चालक होंगे सिर्फ उन्हें ही वाहन चलाने का लाइसेंस मिल पायेगा. सारी प्रक्रिया ऑनलाइन हो जायेगी. ऑनलाईन आवेदन के आधार पर चालक को निर्दिष्ट दिन निर्दिष्ट समय पर आकर टेस्ट देनी होगी. टेस्ट में पास करने पर ही उन्हें लाइसेन्स मिलेगा.
बेहतर चालक वाहन चलाएंगे तो दुघर्टनाएं भी कम होगी. इसी उद्देश्य से राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है. जिसके लिए जमीन चिन्हित करने का आदेश दिया. दो जगहों को चिन्हित किया गया है. परिवहन विभाग के अधिकारी जमीन चिन्हित करते ही कार्य की प्रक्रिया आरम्भ की जायेगी. संभावना है कि एक वर्ष के अंदर ही यह ट्रैक बन जायेगा.

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