परंपरागत अस्त्र के साथ किया सड़क जाम, थाना घेराव
पानागढ़ : पूर्व बर्दवान जिले के आउसग्राम थाना अंतर्गत दिकनगर से वेरेन्डा तक जर्जर सड़क की मरम्मत के लिये वेरेन्डा दो ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आयी राशि के गबन का विरोध करने पर पुलिस ने बीडीओ को अभियोग करने जा रहे माकपा नेताओं को हिरासत में ले लिया. इससे नाराज आदिवासी […]
पानागढ़ : पूर्व बर्दवान जिले के आउसग्राम थाना अंतर्गत दिकनगर से वेरेन्डा तक जर्जर सड़क की मरम्मत के लिये वेरेन्डा दो ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत आयी राशि के गबन का विरोध करने पर पुलिस ने बीडीओ को अभियोग करने जा रहे माकपा नेताओं को हिरासत में ले लिया. इससे नाराज आदिवासी कृषक, खेत मजदूरों तथा ग्रामीणों ने तीर-धनुष लेकर आउसग्राम थाना के समक्ष आसनसोल-कटवा सड़क जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों की उत्तेजना, तनाव को देख मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल कोबुलाया गया.
ग्रामीण तथा माकपा समर्थकों का आरोप है कि सड़क निर्माण के लिये आयी राशि पंचायत के तृणमूल नेताओं ने हजम कर लिया है. इसे लेकर माकपा नेता आउसग्राम बीडीओ के पास शिकायत करने जा रहे थे. बीच रास्ते में ही पुलिस ने माकपा नेता वासुदेव मेटे, सुशांत घोष समेत पांच नेताओं को हिरासत में ले लिया. इन्हें पकड़कर पुलिस थाने ले गई. घटना के प्रकाश में आने के बाद ग्रामीण भड़क गये.
बेवजह माकपा नेताओं को पुलिस द्वारा पकड़े जाने का प्रतिवाद करते हुये तीर-धनुष हाथ में लेकर ग्रामीण, कृषक तथा खेत मजदूरों ने थाना घेराव कर दिया और माकपा नेताओं को छोड़ने की मांग करने लगे. ग्रामीणों के बढते दबाव को देखते हुये अंततः पुलिस ने हिरासत में लिये गये माकपा नेताओं को बिना शर्त छोड़ दिया. इसके बाद ग्रामीण थाना से लौट गये.
माकपा नेता बासुदेव मेटे का आरोप है कि भ्रष्टाचार का प्रतिवाद करने पर पुलिस प्रदर्शन करने वालों को ही गिरफ्तार कर लेती है. राज्य की कानून-व्यवस्था किस दिशा में जा रही है, यह किसी से छिपा नहीं है. जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है. जो भ्रष्टाचार का विरोध कर रहे हैं, पुलिस उन्हें ही पकड़ ले रही है.