सीजर के दौरान शिशु की मौत, प्रसूता गंभीर होने पर रेफर

बर्नपुर : सेल आईएसपी के ओसीटी (ब्लॉस्ट फर्नेस) कर्मचारी ह्दयानंद दास की गर्भवती पत्नी सीमांतनी दास (23) की सिजेरियन डिलेवरी के ऑपरेशन के दौरान शिशु की मौत से गुस्साये विभागीय कर्मचारियो तथा परिजनो ने अस्पताल में जमकर विरोध प्रदर्शन सोमवार को किया. शाम पांच बजे बीएफ कर्मियो ने हंगामा शुरू किया. जानकारी मिलने के बाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 14, 2018 5:19 AM
बर्नपुर : सेल आईएसपी के ओसीटी (ब्लॉस्ट फर्नेस) कर्मचारी ह्दयानंद दास की गर्भवती पत्नी सीमांतनी दास (23) की सिजेरियन डिलेवरी के ऑपरेशन के दौरान शिशु की मौत से गुस्साये विभागीय कर्मचारियो तथा परिजनो ने अस्पताल में जमकर विरोध प्रदर्शन सोमवार को किया. शाम पांच बजे बीएफ कर्मियो ने हंगामा शुरू किया.
जानकारी मिलने के बाद वहां पहुंचे कार्यकारी निदेशक (कार्मिक व प्रशासनिक) सीएस सिन्हा ने कर्मचारी को संयम वरतने का अनुरोध किया. अस्पताल परिसर से बाहर जाने का अनुरोध किया. उनकी बातो को नजरअंदाज कर बीएफ कर्मियो ने प्रदर्शन जारी रखा. मामले को संभालने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने हीरापुर पुलिस के साथ सीआईएसएफ को मौके पर बुलाया. प्रदर्शनकारियो को रोकने के लिये पुलिस तथा सीआईएसएफ ने संयुक्त रूप से लाठी चार्ज किया. पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियो को हिरासत में लिया तथा थाने ले गयी. उसके बाद भीड़ बिखर गई.
सनद रहे कि सीमांतनी को 11 अगस्त को अस्पताल में दाखिल कराया गया था. डॉ एस सिन्हा की रिपोर्ट के अनुसार उसे 12 अगस्त की सुबह प्रसलव वेदना होने पर ओटी में लाया गया. ओटी में डिलेवरी के लिए सर्जरी करने का निर्णय लिया गया. इस दौरान शिशु की मौत हो गयी. प्रसूता की हालत भी गंभीर हो गयी. डॉ सिन्हा ने उसे दुर्गापुर द मिशन अस्पताल के लिये रेफर कर दिया. ह्दयानंद ने अपनी पत्नी को मिशन अस्पताल में दाखिल कराया. शाम तक उसकी स्थिति गंभीर बनी हुयी थी. इस मामले की सूचना बीएफ कर्मियो के मिलते ही अस्पताल के विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया.
कार्यकारी निदेशक श्री सिन्हा ने कहा कि मामले की सूचना पाकर वे अस्पताल पहुंचे. जहां कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी था. अस्पताल की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए तोड़-फोड़ की जा रही थी. उन्होने इस मामले में पांच लोगो के साथ अस्पताल प्रबंधन को बैठकर बातचीत करने का आमत्रंण दिया. लेकिन प्रदर्शनकारियो ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया. पुलिस तथा सीआईएसएफ जवानो के साथ भी हाथापाही शुरू कर दी. उनको अस्पताल के गेट से बाहर कर दिया गया. जिसके बाद उग्र भीड ने पथराव शुरू कर दिया. पुलिस ने पत्थरबाजी को रोंकने के लिये लाठी चार्ज किया. प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी हुयी है.

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