अवैध, नकली अगरबत्ती के खिलाफ चलाया जागरूकता अभियान

दुर्गापुर : दुर्गापुर स्टेशन बाजार में गैर सरकारी संगठन अखण्ड भारत जनकल्याण सेवा संसद (कानपुर, यूपी) ने अवैध और नकली अगरबत्ती के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया. इसमें स्थानीय पुलिस के साथ दुकानदारों और ग्राहकों को इस नकली अगरबत्ती के हानिकारक प्रभाव से अवगत कराया गया. उल्लेखनीय है कि काफी लंबे समय तक किये गये संपूर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2018 12:11 AM
दुर्गापुर : दुर्गापुर स्टेशन बाजार में गैर सरकारी संगठन अखण्ड भारत जनकल्याण सेवा संसद (कानपुर, यूपी) ने अवैध और नकली अगरबत्ती के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया. इसमें स्थानीय पुलिस के साथ दुकानदारों और ग्राहकों को इस नकली अगरबत्ती के हानिकारक प्रभाव से अवगत कराया गया.
उल्लेखनीय है कि काफी लंबे समय तक किये गये संपूर्ण शोध के बाद, एचआईसीए ने कुछ चीनी ब्रांडेड अगरबत्ती की पहचान की हैं. इनमें मच्छर के पुनर्विक्रय के रूप में प्रभावी होने के लिये स्वाभाविक होने का दावा करने वाले भारतीय बाजार में हानिकारक रसायनों को खुले तौर पर बेचा जा रहा है. रिलैक्स, कम्फर्ट या हैप्पीनाइट इत्यादि ब्रांड नाम होने के कारण इन अगरबत्ती में खतरनाक पदार्थ डाइथिल फाथेलेट (डीईपी) होता है. इसके परिणामस्वरूप दहन पर जहरीले धुएं और गैसों को उत्सर्जित किया जाता है.
एनजीओ के शरत तिवारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की उपस्थिति में अवैध कीटनाशकों को जलाने से उत्सर्जित इन जहरीले गैसीय प्रदूषण का एक्सपोजर जन्म दोष, न्यूरोकॉग्निटिव हानि, अस्थमा और कैंसर के लिए जोखिम बढ़ा सकता है. इस पहल पर बोलते हुये, एंडी अय्यर, एचआइसीए सचिव ने कहा हम चाहते हैं कि इन नकली धूपों के कारण उपभोक्ताओं को प्रमुख स्वास्थ्य खतरों के बारे में पता चले. एचआइसीए की प्रमुख जिम्मेदारियों में से एक उपभोक्ताओं को घरेलू कीटनाशकों के संदर्भ में स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में शिक्षित करना है.
हमारे सदस्यों ने हाल ही में हमारे ध्यान में लाया है कि सन रिलेक्स , बालाजी, कम्फर्ट, स्लीपवेल और पावर के ब्रांड नामों के तहत देश भर में कई भ्रामक ब्रांडेड अगरबत्ती निर्मित और बेची जा रही है. एचआईसीए का मानना है कि अवैध चीनी अगरबत्ती पर प्रतिबंध लगाने से न केवल आबादी के बीच स्वास्थ्य-हानिकारक कारकों के प्रसार को रोका जा सकता है.

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