देशवासियों को हमेशा खलेगी अटल जी की कमी
दुर्गापुर/अंडाल/नितुरिया : दुर्गापुर के विभिन्न इलाकों में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया. इलाके के स्टेशन बाजार स्थित भाजपा तीन नंबर मंडल की ओर से श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. दर्जनों भाजपा सदस्यों ने अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें […]
दुर्गापुर/अंडाल/नितुरिया : दुर्गापुर के विभिन्न इलाकों में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया. इलाके के स्टेशन बाजार स्थित भाजपा तीन नंबर मंडल की ओर से श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई. दर्जनों भाजपा सदस्यों ने अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया.
मंडल के उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को कभी भूला नहीं जा सकता है. वे एक महापुरुष थे. उनकी कमी देशवासियों को हमेशा खलेगी. एमएएमसी इलाके में पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया. सैकड़ों भाजपा समर्थकों ने दीप प्रज्ज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. मौके पर भाजपा नेता तापस नायक सहित कई लोग उपस्थित थे.
दूसरी ओर अंडाल में भारतीय जनता पार्टी के उखड़ा अंडाल मंडल चार के अध्यक्ष छोटन चक्रवर्ती के नेतृत्व में रविवार की शाम सिदुली दुर्गा मंदिर से स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के मरणोपरांत मौन रैली निकाली गयी. इस दौरान मंडल चार के सचिव इंद्रसेन राय, माइनॉरिटी सेल के अरबाज खान, पप्पू चौहान, सुंदर बर्नवाल, सुखेन बाउरी आदि मुख्य रूप से शामिल थे.
नितुरिया प्रखंड के पारबेलिया बैंक के समक्ष पारबेलिया बाजार कमेटी के तत्वावधान में रविवार शाम को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में एक मिनट का मौन रखा गया एवं उनकी तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. मौके पर ललित अग्रवाल, परमानंद ओझा, विनोद भारती, अवधेश तूरी, संजय साव, मामोनी बाउरी, मुकेश सिंह, अमित अग्रवाल सहित अन्य उपस्थित थे.
जानकारी के अनुसार सर्वप्रथम बाजार कमेटी के लोग पारबेलिया बाजार स्थित यूबीआई बैंक के समक्ष उपस्थित हुये. इसके बाद श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए दिवंगत नेता के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला. इसके बाद मौन मोमबती जुलूस निकाला गया. यह बाजार इलाके सहित अन्य जगहों का भ्रमण कर पारबेलिया हाटतला आकर समाप्त हुआ.