भारतीय महिला से मिले 7.5 लाख बांग्लादेशी टाका
बालुरघाट : हिली चेकपोस्ट के रास्ते बांग्लादेशी टाका तस्करी करने की कोशिश कर रही एक भारतीय महिला को बीएसएफ ने हिरासत में लिया है. कमली चौधरी नामक महिला के बैग से साढ़े सात लाख टाका बरामद किये गये. बरामद बांग्लादेशी नोट और हिरासत में ली गयी महिला को कस्टम विभाग को पूछताछ के लिए सौंप […]
बालुरघाट : हिली चेकपोस्ट के रास्ते बांग्लादेशी टाका तस्करी करने की कोशिश कर रही एक भारतीय महिला को बीएसएफ ने हिरासत में लिया है. कमली चौधरी नामक महिला के बैग से साढ़े सात लाख टाका बरामद किये गये. बरामद बांग्लादेशी नोट और हिरासत में ली गयी महिला को कस्टम विभाग को पूछताछ के लिए सौंप दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, बरामद बांग्लादेशी मुद्रा पॉकेटमारी से जमा की गयी है. बांग्लादेश में पॉकेटमारों का उत्पात बहुत अधिक है. उस पार पॉकेटमारी करने के बाद लोग भारत में चले आते हैं. यहां हाथ लगी रकम को गिरोह के सरगना के पास जमा किया जाता है. जब एक मोटी रकम इकट्ठा हो जाती है, तो उसे तस्करी के जरिये वापस बांग्लादेश भेज दिया जाता है.
हिली सीमांत के खुले इलाके से बहुत से कम उम्र के लड़के-लड़कियां उस पार पॉकेटमारी करने जाते हैं. सूत्रों के मुताबिक इन लोगों को हिली के दक्षिण पाड़ा इलाके में प्रशिक्षण दिया जाता है. सूत्रों के मुताबिक, पॉकेटमारी से जमा हुई रकम हमेशा की तरह बांग्लादेश भेजी जा रही थी, लेकिन पुलिस ने भारतीय महिला कमली चौधरी को पकड़ लिया.
वह वैध तरीके से पासपोर्ट दिखाकर बांग्लादेश जा रही थी. लेकिन बीएसएफ की 199वीं बटालियन के जवानों ने तलाशी लेकर उसके पास से साढ़े सात लाख बांग्लादेशी टाका बरामद कर लिये. हिली चेकपोस्ट से बांग्लादेश जाते समय तीन चरणों में जांच होती है. पहले इमीग्रेशन पुलिस जांच करती है, फिर कस्टम के लोग जांच करते हैं. अंतिम में बीएसएफ के जवान तलाशी लेते हैं. पहले दो चरणों में रकम क्यों नहीं पकड़ी गयी, इसे लेकर सवाल उठ रहे हैं.