उद्योगपति बसंत अग्रवाल के निधन से फैला शोक

बराकर : प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी बसंत कुमार अग्रवाल (72) का निधन गुरुवार की अहले सुबह चिरकुंडा स्थित उनके चित्रकूट आवास में हो गया. रात्रि में ही उनकी तबियत खराब हुई थी. उनके निधन से उद्योगजगत में शोक की लहर है. वे अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. बराकर नदी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2018 12:44 AM
बराकर : प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी बसंत कुमार अग्रवाल (72) का निधन गुरुवार की अहले सुबह चिरकुंडा स्थित उनके चित्रकूट आवास में हो गया. रात्रि में ही उनकी तबियत खराब हुई थी. उनके निधन से उद्योगजगत में शोक की लहर है. वे अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं. बराकर नदी के किनारे उनके पार्थिव शरीर को अग्नि को समर्पित किया गया.
मुखाग्नि बड़े पुत्र अमित अग्रवाल ने दी. आसनसोल, बराकर, चिरकुंडा, धनबाद क्षेत्र के उद्योग जगत से जुड़े लोग उनके आवास पर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी. सांसद पीएन सिंह, विधायक अरूप चटर्जी, धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, पूर्व मंत्री अपर्णा सेन गुप्ता, नप (चिरकुंडा) के अध्यक्ष डब्ल्यू बाउरी, उपाध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, भाजपा के जिला महामंत्री संजय झा, झामुमो नेता अशोक मंडल, अनिल यादव, गुड्डु सिंह आदि ने श्रद्धांजलि दी. सांसद श्री सिंह ने कहा कि उनके निधन से उन्हें व्यक्तिगत क्षति हुई है. वे अच्छे मित्र थे और काफी मिलनसार थे. उद्योगजगत के साथ साथ पूरे समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है.
झारखंड रिफ्रेक्टरी मेन्युफेक्चरर्स एसोसिएसन, हार्डकोक एसोसिएसन, जूनियर चेम्बर इंटरनेशनल चिरकुंडा-बराकर अध्याय, लायन्स क्लब ऑफ आसनसोल, चिरकुंडा चेंबर ऑफ कॉमर्स, मारवाड़ी महिला समिति, मैथन सिरामिक वर्कर्स एसोसिएसन, कुमारधुबी क्लब, कुमारधुबी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी आसनसोल होटल एसोसिएसन ने निधन पर शोक जताया है.
मौत की सूचना पर पहुँचनेवालों वे शव यात्रा में शामिल होने वालों में इंडियन राइफल्स एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बीरेन्द्र कुमार ढल, आसनसोल होटल ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मनिंद्र कुंद्रा, उपाध्यक्ष अनिल जालान, कृष्ण लाल रुंगटा, बजरंग जालान, प्रमोद अग्रवाल, प्रदीप अग्रवाल, राजकुमार गुप्ता, पन्नालाल रक्षित, मोहम्मद मुख्तार, डॉ आर नारायण, डॉ एसके गुप्ता, अजय शर्मा, नान्तु गोस्वामी, योगनाथ गोस्वामी, रामवृक्ष यादव, मंटू झा, अवधेश मिश्रा, निर्मल सिंह निम्मा, अरुण गाडयान, अरुण चौधरी, प्रकाश गाडयान, डीएन पाठक, लाली खन्ना, शरद अग्रवाल, निर्मल सिंह रखराय, अमित गोयल, अभिषेक जायसवाल, सुरेश अग्रवाल, सीताराम बगड़िया, प्रह्लाद अग्रवाल, शंकर अग्रवाल, गौरीशंकर कटेसरिया, सुरेश अग्रवाल, राजेश कुमार, बिट्टू खन्ना, संजू कपाही, डॉ आइएम सिंह, डॉ एस मिश्रा, रणवीर सिंह, संजय शर्मा, महावीर शर्मा, दिनेश अग्रवाल, प्रवीर पाचाल, सौरव राय, अजय अग्रवाल, मुकुल अग्रवाल, पवन केजरीवाल, विकास पोद्दार, पवन गाडयान शामिल थे.
स्व. अग्रवाल विभिन्न सामाजिक व औद्योगिक संगठनों से जुड़े हुए थे. वे मैथन ग्रुप के संस्थापक व चेयरमैन, झारखंड रिफ्रेक्टरी मेन्युफेक्चरर्स एसोसिएसन के चेयरमैन, लायंस क्लब रघुनाथ खरकिया अस्पताल के चेयरमैन, कुमारधुबी क्लब के चेयरमैन सहित विभिन्न संस्थाओं से जुड़े थे. उनके निधन पर मैथन सिरामिक लिमिटेड, अंजनी फेरो एलाइज, मैथन स्टील एंड पावर लिमिटेड में अवकाश की घोषणा कर दी गई. इन प्रतिष्ठानों के कर्मी घर व श्मसान घाट पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
अब पूर्व मंत्री मुर्तजा हुसैन भी तृणमूल कांग्रेस में
कोलकाता. फॉरवर्ड ब्लॉक के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्राकृतिक आपदा मंत्री मुर्तजा हुसैन ने भी तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है. उनको तृणमूल भवन में पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने पार्टी का झंडा थमाकर तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराया.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले वाममोर्चा के पूर्व मंत्री और फॉरवर्ड ब्लॉक के नेता परेश अधिकारी भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. गुरुवार को मुर्तजा हुसैन के पार्टी में शामिल होने के कार्यक्रम में वह भी शामिल थे. इस मौके पर संवाददाताओं से बातचीत के दौरान पार्थ चटर्जी ने कहा कि मुर्तजा हुसैन काफी दिनों से उत्तर 24 परगना के तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ज्योतिप्रिय मल्लिक और विधानसभा में मुख्य सचेतक निर्मल घोष के साथ सीधे संपर्क में थे और वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे.
उनकी इच्चा का सम्मान करते हुए हमलोगों ने उनको अपनी पार्टी में लिया. उनके आने से उत्तर 24 परगना जिले में तृणमूल कांग्रेस पहले के मुकाबले और मजबूत होगी. इससे सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने में बल मिलेगा. उन्होंने कहा कि श्री हुसैन काफी दिनों से ममता बनर्जी का नेतृत्व व बंगाल के विकास के लिए किये जा रहे उनक प्रयासों को देख रहे थे.

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