सांकतोड़िया : तेज बारिश के बाद शिशुबागान में पड़ी दरारें, लोग आतंकित

जानमाल की क्षति नहीं, आतंक के साये में जीने की है विवशता जिला प्रशासन, इसीएल के स्तर से पहल नहीं होने पर निराशा सांकतोड़िया : सांकतोड़िया फांड़ी अंतर्गत शिशुबगान में बुधवार की रात हुई बारिश के दौरान 25 फुट लंबी दरार पड़ने से लोगों में काफी दहशत है. आसपास के निवासियों के पास पलायन के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2018 11:48 PM
जानमाल की क्षति नहीं, आतंक के साये में जीने की है विवशता
जिला प्रशासन, इसीएल के स्तर से पहल नहीं होने पर निराशा
सांकतोड़िया : सांकतोड़िया फांड़ी अंतर्गत शिशुबगान में बुधवार की रात हुई बारिश के दौरान 25 फुट लंबी दरार पड़ने से लोगों में काफी दहशत है. आसपास के निवासियों के पास पलायन के अलावा कोई विकल्प नहीं है. जिला प्रशासन या इसीएल के स्तर से कोई पहल न होने पर निवासियों में निराशा है.
इसराफिल कुरैशी, नसरुद्दीन खान, शेख मनीर एवं मोहम्मद अख्तर आदि ने कहा कि बुधवार की रात हुई वर्षा के दौरान जमीन पर काफी दूर तक दरार पड़ गई है.
इसके कारण वे सभी भयभीत हैं. इस दरार से पांच घरों को नुकसान पहुंचा है. सनद रहे कि सांकतोड़िया अंचल धंसान प्रभावित इलाका घोषित हो चुका है. पुनर्वास के नाम पर दो दो बार डेमोग्राफी सर्वे किया जा चुका है. उनका तर्क है के सर्वे में दर्जनों लोगों के नाम शामिल नहीं किये गये हैं
इसराफिल ने कहा कि वर्ष 2011 में हुए धंसान में 50 घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. बड़ी संख्या में लोग पलायन कर गये. विकल्पहीन लोग डर के साए में अब भी घरों की मरम्मत कर रह रहे हैं. दूसरी घटना वर्ष 2013 में घटी. गोफ में 19 वर्षीया हेना खातून समा गई. कई घर भी प्रभावित हुए. कई दिनों की मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने हेना खातून का शव निकाला.

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