दुर्गापुर में बंद के दौरान छिटपुट झड़प, कई भाजपा समर्थकों को लिया हिरासत में
दुर्गापुर : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर में पुलिस के साथ झड़प में दो छात्रों की मौत की घटना के विरोध में बुधवार को भाजपा आहूद 12 घंटे बंद का दुर्गापुर में मिलाजुला असर रहा. बंद के दौरान कुछ जगहो में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों में छिटपुट झड़पें होने की खबर हैं. बुधवार […]
दुर्गापुर : उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर में पुलिस के साथ झड़प में दो छात्रों की मौत की घटना के विरोध में बुधवार को भाजपा आहूद 12 घंटे बंद का दुर्गापुर में मिलाजुला असर रहा. बंद के दौरान कुछ जगहो में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों में छिटपुट झड़पें होने की खबर हैं. बुधवार सुबह शहर में बंद के मद्देनर दुर्गापुर स्टेशन बाजार इलाके में अधिकाश दुकाने बंद देखी गयीं.
कुछ दुकानें खुली हुई थीं. उसे भाजपाइयों ने बंद कराने की कोशिश की. इससे इलाके में उतेजना का माहौल है. पुलिस ने मौके पर पहुच कर स्थिति को नियंत्रित किया. दूसरी ओर, एसबी मोड़ इलाके में बंद के मद्देनजर भाजपा के जिला अध्यक्ष लखन घोरूई की अगुवाई में सड़क अवरोध कर रहे भाजपा समर्थकों पुलिस का कोप भाजन बनाना पड़ा. सड़क अवरोध के दौरान एक मिनी बस को रोक देने के बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई.
एसीपी विमल कुमार मण्डल के नेतृत्व में काफी संख्या मे पुलिस कर्मियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर भाजपाइयों को सड़क अवरोध करने से रोका. इस दौरान पुलिस और भाजपा कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. पुलिस ने भाजपा अध्यक्ष सहित 15 लोगों को हिरासत में ले लिया. बेनाचिती के प्रांतिका बस स्टैंड में पुलिस ने भाजपा की बाइक रैली रोक दी. इससे बंद समर्थकों में नाराजगी फैल गई. पुलिस के साथ धक्का-मुक्की शुरू हो गयी. तनाव बढ़ता देख पुलिस ने भाजपा उप जिलाध्यक्ष मनोहर कोन्नार, भोला साव, महिला जिला नेत्री चंद्रमल्लिका बनर्जी समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया.
पुलिस कर्मियों के साथ झड़प में भाजपा महिला समर्थकों द्वारा पुलिस कर्मी पर हमला करने का आरोप लगा है. उस दौरान मौके पर उपस्थित शासक दल के लोग बंद समर्थकों के साथ भिड़ गये. आरोप है कि पुलिस के सामने ही शासक दल के लोग भाजपाइयों की पिटाई कर दी. पुलिस मौन बनकर तमाशा देखती रही. इस दौरान पुलिस ने एक महिला कर्मी सहित एक दर्जन से अधिक भाजपाइयों को हिरासत में ले लिया. मेनगेट इलाके में बंद का कोई असर देखने को नहीं मिला.
एमआईसी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि तेरह एवं 34 नंबर वार्ड में सभी दुकानें, शिक्षण-संस्थान सामान्य रहे. बंद का यहां कोई असर नहीं है. सिटी सेंटर बस पड़ाव पर दूरगामी बसों की संख्या कम होने के कारण बस पड़ाव में यात्रियों की संख्या कम देखी गई. इस्पात नगर में मिनी बस सेवा भी सामान्य रही. यात्रियों की मौजूदगी कम होने से कम बसें रूटों पर चलाई गईं. बंद को लेकर शहर के बेनाचिती सहित अन्य बाजारों में रोज की तुलना मे लोग कम दिखे. कुछ रूटों में निजी बसें बंद रहीं.
मिनी बस और ऑटो भी संख्या में कम चले. स्कूल, कॉलेजों में उपस्थिति कम रही. बीजेपी के बंद को देखते हुये राज्य सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोवस्त किये थे. उधर, हावड़ा-बर्दवान मेनलाइन में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन का परिचालन भी रोक दिया था. बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की भी तैनाती की गई थी. पश्चिम बंगाल में विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और माकपा ने भी इस्लामपुर घटना पर नाराजगी जाहिर की है, लेकिन उन्होंने भाजपा के बंद का समर्थन नहीं किया. दोनों पार्टियां बीजेपी और तृणमूल पर घटना को लेकर राज्य में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगा रही हैं. भाजपा बंद को सफल बता रही है जबकि तृणमूल नेताओं ने बंद को विफल साबित किया.
रानीगंज में बंद का मिलाजुला असर
रानीगंज. रानीगंज में भी बंद का मिलाजुला असर दिखा. सुबह रानीगंज शहर से मिनी बसों का आवागमन सामान्य रूप से शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की गई लेकिन दोपहर के बाद से ही रानीगंज में लगभग सन्नाटा का माहौल रहा. दुर्गापूजा के समय होने के कारण दुकान पाट खुले रहे लेकिन ग्राहक नदारद रहे. भाजपा कार्यकर्ता सभापति सिंह, ओंकार केसरी, दिनेश सोनी, संजीव मोहंती, श्रीराम सिंह गोस्वामी, सुनील साव ने बताया कि बंद पूरी तरह से सफल रहा.
पंजाबी मोड़ ओवर ब्रिज के नीचे ये काफी समय तक बंद के समर्थन में बैठे नजर आये. हालांकि पुलिस प्रशासन उनके साथ-साथ था. दूसरी ओर, बोगड़ा में जामुड़िया भाजपा टाउन मंडल ने विरोध प्रदर्शन करते हुये जुलूस निकाला. इस दौरान पुलिस कार्यकर्ताओं के साथ थोड़ा बहुत वाद-विवाद भी हुआ. मौके पर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष डॉ प्रमोद पाठक, कुश चटर्जी, उदय बाउरी, साधन कुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे.