तूफान तितली : प्रोटेक्शन बांध से ऊपर उठ कर इलाकों में फैला समुद्र का पानी
हल्दिया : बंगाल की खाड़ी पर बने दबाव के कारण आये चक्रवाती तूफान ‘तितली’ का ओड़िशा और आंध्र प्रदेश में गुरुवार की शाम तक कहर जारी रहा. मौसम विभाग ने खासतौर से संवेदनशील इलाकों में खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है. इधर, चक्रवाती तूफान ‘तितली’ को लेकर दीघा-शंकरपुर, ताजपुर-मंदारमनी जैसे राज्य के तटीय इलाकों […]
हल्दिया : बंगाल की खाड़ी पर बने दबाव के कारण आये चक्रवाती तूफान ‘तितली’ का ओड़िशा और आंध्र प्रदेश में गुरुवार की शाम तक कहर जारी रहा. मौसम विभाग ने खासतौर से संवेदनशील इलाकों में खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है. इधर, चक्रवाती तूफान ‘तितली’ को लेकर दीघा-शंकरपुर, ताजपुर-मंदारमनी जैसे राज्य के तटीय इलाकों में रहनेवाले लोग काफी आतंकित हैं. तूफान के प्रभाव से बुधवार की रात से ही पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गयी थी.
दूसरी ओर समुद्र की लहरें भी काफी विकराल रूप धारण कर रही हैं. गुरुवार की सुबह करीब छह बजे की स्थिति काफी भयावह थी. समुद्र तट पर बने गार्ड वॉल से लहरें ऊपर उठकर सड़कों पर आने लगीं. तूफान के कारण होनेवाली बारिश से जहां तटीय इलाकों में रहनेवाले लोग आतंकित हैं, वहीं दीघा में दुर्गापूजा आयोजक समितियों के बीच पूजा मंडप पूरा तैयार होने को लेकर संशय बना हुआ है.
प्रशासन की ओर से दीघा और निकटवर्ती तटीय इलाकों में पर्यटकों को समुद्र में स्नान करने से रोक दिया है. कांथी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) इंद्रजीत बसु ने कहा है कि तटीय इलाकों के पास सतर्कता को लेकर पुलिस लगातार माइकिंग कर रही है. साथ ही नजरदारी काफी कड़ी है, ताकि लोग समुद्र के करीब ना जा पायें.
गत बुधवार की रात सिंचाई विभाग की ओर से बनाये प्रोटेक्शन बांध से ऊपर उठ समुद्र का जल कुछ इलाकों में फैल गया. गुरुवार की सुबह भी ऐसी स्थिति देखी गयी. रामनगर के विधायक अखिल गिरि, रामनगर ब्लॉक नंबर एक के बीडीओ आशीष राय व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया. प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि इलाके के कई घरों में जल घुसने के बावजूद किसी को साइक्लोन सेंटर लाने की जरूरत नहीं पड़ी. फिलहाल स्थिति नियंत्रित कर ली गयी है.