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दामोदर को प्रदूषण मुक्त करने को नगर निगम तत्पर, विशेष कवायद, घाटों पर सफाई कर्मी तैनात
दुर्गापुर: दुर्गापूजा का समापन हो चुका है. पूजा आयोजकों द्वारा मूर्ति विसर्जन का सिलसिला जारी है. विसर्जन से दामोदर को दूषण मुक्त करने के लिये दुर्गापुर नगर निगम पूरी तरह से तत्पर दिख रहा है. विश्वकर्मा पूजा के विसर्जन से शिक्षा लेते हुये इस वर्ष दशमी की शाम से दामोदर नदी के घाट की सफाई […]
दुर्गापुर: दुर्गापूजा का समापन हो चुका है. पूजा आयोजकों द्वारा मूर्ति विसर्जन का सिलसिला जारी है. विसर्जन से दामोदर को दूषण मुक्त करने के लिये दुर्गापुर नगर निगम पूरी तरह से तत्पर दिख रहा है. विश्वकर्मा पूजा के विसर्जन से शिक्षा लेते हुये इस वर्ष दशमी की शाम से दामोदर नदी के घाट की सफाई में नगर निगम के कर्मचारी जुट गये हैं. घाटों की सफाई के लिये नदी घाट पर नगर निगम की ओर से हाइड्रा मशीन तैनात की गई है. बताया जाता है कि यह मशीन चौबीस घंटे घाट पर तैनात रहेगी.
घाट पर तैनात हाइड्रा की मदद से विसर्जन के दौरान नदी में बिखरे मूर्ति की लकड़ियों और असबाबों को नदी के किनारे लाकर ट्रकों मे लाद आकर अन्य जगहों पर फेंका जा रहा है. इसके साथ ही घाट के समीप नदी के एक बड़े अंश को मशहरी के जाल से ढक दिया गया है. इससे विसर्जन के दौरान सड़ने वाली सामग्री नदी में समाहित होकर नदी के जल को दूषित ना कर सके.
घाट के पास ही विशेष व्यवस्था की गई है. विसर्जन के बाद मूर्तियो की आनुषंगिक समग्रियों को फेंकने की व्यवस्था की गई है. इसके लिये दो सुपरवाइजर सहित छत्तीस सफाई कर्मी तीन शिफ्टों मे दामोदर नदी की सफाई में लगे हैं. बताया जाता है की केवल दुर्गापुर के ही नहीं दामोदर संलग्न बांकुड़ा, बरजोड़ा ब्लॉक की मूर्तियों का भी विसर्जन यहां किया जा रहा है. विसर्जन को देखते हुये प्रशासन की ओर से घाट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. इस बाबत दुर्गापुर के मेयर दिलीप अगस्ति ने कहा कि निगम की ओर से विसर्जन के दौरान दामोदर को दूषण से मुक्त रखने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
नियमानुसार दूषण नियंत्रण की व्यवस्था की गई है. राज्य दूषण नियंत्रण परिषद के अधिकारी अंजन फौजदार ने कहा कि विसर्जन के आगे तथा लक्ष्मीपूजा के बाद दामोदर नदी के जल का नमूना संग्रह कर दूषण का परिणाम मापा जायेगा.
विसर्जन के बाद नदी, तालाबों में गंदगी का अंबार : बांकुड़ा. बांकुड़ा में प्रतिमा विसर्जन की प्रक्रिया दशमी के दिन से ही शुरू हो चुकी है. इस वजह से नदी, तालाब व जलाशयों में गंदगी का अलाव लग गया है. विसर्जन की प्रक्रिया बड़े धूमधाम के साथ की जाती है लेकिन विसर्जन के बाद सफाई का पूरा जिम्मा नगरपालिका पर छोड़ दिया जाता है. शहर के अधिकांश तालाबो में गंदगी का आवरण छाया रहता है. स्थानीय बाशिंदों ने कहा कि तालाब में गंदगी हो जाने से उसके पानी का इस्तेमाल करने में काफी दिक्कतें हो रही हैं.
प्रत्येक वर्ष पूजा कमेटियां विसर्जन तो कर देती हैं लेकिन सफाई के प्रति ध्यान नहीं दिया जाता है. इस बारे में बांकुड़ा नगरपालिका के वाइस चैयरमैन दिलीप अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक वर्ष नगरपालिका नदी, तालाबों को सफा करती है. लक्ष्मी पूजा के बाद अभियान शुरू किया जायेगा.
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