कमीश्नरेट इलाके में 20 पुलिस सहायता केंद्र, कालीपूजा, दीपावली, छठ के लिए पुलिस महकमे की तैयारी

आसनसोल : पिछले रामनवमी के दौरान रानीगंज और आसनसोल में फैले तनाव को देखते हुए इस बार दुर्गापूजा और अखाड़ा को लेकर पुलिस की तैयार फूलप्रूव रही. कहीं से भी कोई अनहोनी घटना नहीं घटने से उत्साहित कमिश्नरेट पुलिस कालीपूजा, दीपावली और महापर्व छठ को लेकर भी रणनीति के तहत कार्य कर रही है. पुलिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 7, 2018 2:55 AM
आसनसोल : पिछले रामनवमी के दौरान रानीगंज और आसनसोल में फैले तनाव को देखते हुए इस बार दुर्गापूजा और अखाड़ा को लेकर पुलिस की तैयार फूलप्रूव रही. कहीं से भी कोई अनहोनी घटना नहीं घटने से उत्साहित कमिश्नरेट पुलिस कालीपूजा, दीपावली और महापर्व छठ को लेकर भी रणनीति के तहत कार्य कर रही है.
पुलिस के लिए कालीपूजा और दीपावली पर पटाखों के जलाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय द्वारा रात आठ बजे से 10 बजे तक के निर्धारित समय के पालन को सुनिश्चित करना पुलिस के लिए चुनौती है. जिसे पालन करने के लिए पुलिस हर सम्भव प्रयास में जुटी है.
पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अभिषेक गुप्ता ने कहा कि कालीपूजा और दीपावली को लेकर कमिश्नरेट क्षेत्र में कुल 20 पुलिस सहायता केंद्र बनाये गये है. हर थाना क्षेत्र में सबसे भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर केंद्र बनाये गये हैं. पटाखा और साउंड सिस्टम से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए हर थाना क्षेत्र में ध्वनि मापक यंत्र दिया गया है.
थाना के साथ ही दोनों महकमा और पुलिस मुख्यालय में यह यंत्र उपलब्ध है. हर थाना क्षेत्र में पेट्रोलिंग टीम यह यंत्र लेकर पेट्रोलिंग कर रही है. 90 डेसिबल से अधिक पर माइक बजने या पटाखा फोड़े जाने की शिकायत मिलेगी तो तत्काल वहां यंत्र को ले जाकर ध्वनि की मापी की जायेगी. ध्वनि 90 डेसिबल से अधिक होने पर कार्रवाई की जायेगी.
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पटाखा जलाए जाने पर निर्धारित समय का पालन करने को लेकर पिछले चार दिनों से सभी थाना द्वारा अपने अपने क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों को जागरूक किया है. सोशल मीडिया पर भी लगातार जागरूकता फैलायी गयी है. पटाखों की बिक्री निर्धारित लाइसेंसी दुकानों पर हो यह भी पुलिस ने सुनिश्चित किया है. एक दो जगहों पर कुछ पटाखा जप्त किया गया है. लोग शांतिपूर्ण परिवेश में पूजा का आनंद ले सके इसके लिए पुकिस प्रशासन हर स्तर पर सजग होकर कार्य कर रही है.

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