काजोड़ा एरिया अंतर्गत जामबाद कोलियरी के 11 नंबर पिट में भारी गैस रिसाव, तीन सौ श्रमिक निकाले गये सुरक्षित

अंडाल : काजोड़ा एरिया अंतर्गत जामबाद कोलियरी के 11 नंबर पिट में शुक्रवार की दोपहर को अचानक खदान के 18 नंबर लेवल एवं 10 नंबर डीप से गैस रिसाव शुरू हो गया. इससे खदान के अंदर कार्यरत श्रमिकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. उपस्थित माइनिंग सरदार तथा ओवरमैन ने खतरे की आशंका को देखते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2018 5:47 AM
अंडाल : काजोड़ा एरिया अंतर्गत जामबाद कोलियरी के 11 नंबर पिट में शुक्रवार की दोपहर को अचानक खदान के 18 नंबर लेवल एवं 10 नंबर डीप से गैस रिसाव शुरू हो गया. इससे खदान के अंदर कार्यरत श्रमिकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. उपस्थित माइनिंग सरदार तथा ओवरमैन ने खतरे की आशंका को देखते हुए प्रथम पाली के सभी तीन सौ श्रमिकों को खदान से सुरक्षित बाहर निकाला.
इसकी सूचना वरीय अधिकारियों तथा खान सुरक्षा महानिदेशालय को दी गई है. इसके कारण दूसरी पाली में कोई श्रमिक खदान में नहीं उतरा.
खदान में कार्यरत श्रमिकों ने कहा कि पिछले दो दिनों से खदान में गैस रिसाव हो रहा था.
शुक्रवार को गैस का रिसाव ज्यादा होने से खदान के अंदर धुआं फैलने लगा. श्रमिकों को सांस लेने में परेशानी होने लगी. इसके बाद उनमें अफरा-तफरी मच गई. इसकी सूचना वहां मौजूद माइनिंग सरदार तथा ओवरमैन को दी गई. उन्होंने स्थिति का आकलन किया तथा सभी कार्यरत श्रमिकों को खदान से बाहर निकालने का निर्णय लिया.
इसके बाद सभी श्रमिक सुरक्षित खदान से निकाले गये. घटनास्थल पर मौजूद कोलियरी प्रबंधक ने बताया कि सभी कुछ नियंत्रण में है मामूली गैस रिसाव का सूचना मिली थी. सुरक्षा कारणों से सभी श्रमिकों को खदान से बाहर निकाला गया है. वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है. फिलहाल दूसरी पाली में कार्य बंद रखा गया है.
इधर यूनियन प्रतिनिधियों ने इस घटना के लिए प्रबंधन को दोषी ठहराया है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों का कहना है कि दो दिन पहले से गैस रिसाव हो रहा थआ. लेकिन प्रबंधन ने इसे रोकने का कोई प्रयास नहीं किया. उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारी खदान में नहीं जाते हैं तथा सुरक्षा के मुद्दे पर भारी लापरवाही होती है. द्विपक्षीय बैठकों में यह मांमला हमेशा उठाया जाता है, लेकिन प्रबंधन इसे गंभीरता से नहीं लेता है.

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