दीदी को पीएम पद पर देखना चाहते हैं राज्यवासी
अंडाल : 29 नवंबर को मुख्यमंत्री की सभा को सफल बनाने के लिये खासकाजोड़ा कोलियरी में सीएमसी (एचएमएस) ने सभा का आयोजन किया. विशुनदेव नोनिया ने कहा कि संगठन के तमाम सदस्य सभा में पहुंचेंगे. श्रीपुर की सभा दीदी की ऐतिहासिक सभा होगी. इसके लिए एचएमएस हर तरह से सहयोग करेगी. देश को बचाना है […]
अंडाल : 29 नवंबर को मुख्यमंत्री की सभा को सफल बनाने के लिये खासकाजोड़ा कोलियरी में सीएमसी (एचएमएस) ने सभा का आयोजन किया. विशुनदेव नोनिया ने कहा कि संगठन के तमाम सदस्य सभा में पहुंचेंगे. श्रीपुर की सभा दीदी की ऐतिहासिक सभा होगी. इसके लिए एचएमएस हर तरह से सहयोग करेगी.
देश को बचाना है तो भाजपा को हटाना ही होगा. यह तभी संभव है जब हम राज्य के 42 में 42 लोकसभा सीटों पर दीदी को जीत दिलायेंगे. राज्य से ही नहीं पूरे देश से भाजपा को खत्म करना है. यह काम केवल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ही कर सकती है. राज्यवासी दीदी को देश का प्रधानमंत्री बनते देखना चाहते हैं.
सभा के माध्यम से उन्होंने अपील की कि भारी से भारी संख्या में जनसभा में पहुंचे. दीदी के आदर्श और उनके विकास कार्य से प्रभावित होकर एचएमएस दीदी के साथ जुड़ा है. आगे भी एचएमएस दीदी के साथ ही रहेगी. तृणमूल कांग्रेस के कुछ नेता उनके आदर्शों को भुना नेतागिरी चला रहे हैं. इसे कतई सहन नहीं किया जायेगा.
इस तरह के नेताओं पर संगठन को नकेल कसना होगा. सभा को सफल सिन्हा, उदीप सिंह, श्यामबिहारी सिंह, प्रदीप भंडारी, कौशिक घोष, प्रताप कुमार आदि ने भी संबोधित किया. मौके पर काजोडा ग्राम पंचायत प्रधान पानकिस्टो नोनिया, विजय अधिकारी, चंडी चट्टराज, असित मंडल तथा अन्य नेता उपस्थित थे. सभा की अध्यक्षता विशुनदेव नोनिया ने की.
हिंदी भाषियों को रिझाने के लिये नाटक कर रही तृणमूल
हिंदी भाषियों संग मुख्यमंत्री की बैठक पर तंज कसते हुये भाजपा जिला सचिव विवेक रंगा ने कहा कि तृणमूल सरकार राज्य में सात वर्ष का कार्यकाल पूरी कर चुकी है लेकिन अब तक उन्हें हिंदी भाषियों की असुविधा या तकलीफों की कोई जानकारी नहीं थी. चुनाव से पहले हिंदी भाषियों को अपने पक्ष में करने के लिए तृणमूल यह नाटक कर रही है.
लेकिन इससे तृणमूल को कोई फायदा नहीं होगा. एक समय पुरूलिया बिहार के अधीन था लेकिन जबसे यह बंगाल के अधीन आया, आज तक हिंदी भाषियों का विकास नहीं हुआ. भाजपा ने यहां हिंदी भाषियों के विकास के लिये कार्य करना शुरू किया तो वोट बैंक को खतरे में देख तृणमूल हिंदी भाषियों को रिझाने के लिये यह बैठक कर रही है.
जिले में हिंदी भाषियों को हर क्षेत्र में विकास से वंचित किया जा रहा है. भाजपा इनके विकास के लिये लगातार आंदोलन कर रही है. इससे घबड़ाकर ही तृणमूल यह नाटक कर रहा है.