दुर्गापुर : दुर्गापुर बैराज के पिकनिक स्पॉट पर डीजे व शराब वर्जित, सेल्फी पर भी रोक, पॉलीथिन, थर्मोकोल और प्लास्टिक की बोतलों पर लगी पाबंदी
दुर्गापुर : ठंड के आगमन के साथ विभिन्न पर्यटनस्थलों की तरह शिल्पांचल में भी पर्यटकों की भीड़ पिकनिक स्पॉट पर एकत्रित हो रही है. इसकी वजह से यहां पॉलीथिन, थर्मोकोल की थाली, प्लास्टिक की बोतलें या शराब की बोतलों का जमावड़ा देखा जा रहा है. इस वजह से पिकनिक स्पॉट का रूप बिगड़ रहा है. […]
दुर्गापुर : ठंड के आगमन के साथ विभिन्न पर्यटनस्थलों की तरह शिल्पांचल में भी पर्यटकों की भीड़ पिकनिक स्पॉट पर एकत्रित हो रही है. इसकी वजह से यहां पॉलीथिन, थर्मोकोल की थाली, प्लास्टिक की बोतलें या शराब की बोतलों का जमावड़ा देखा जा रहा है. इस वजह से पिकनिक स्पॉट का रूप बिगड़ रहा है.
शहर स्थित पार्क के अलावा दुर्गापुर बैराज में पिकनिक मानने वालों का आना शुरू हो चुका है. प्लास्टिक एवं बोतलों के सामान इधर-उधर बिखरे पड़े हैं, जिससे प्रदूषण फैल रहा है. इसके अलावा असीमित ध्वनि प्रदूषण भी लोगों को परेशान कर रहा है. इन सबके खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करने की दिशा मे बढ़ गया है.
दुर्घटना से बचने और परिवेश को बचाने के लिए प्रशासन की ओर से एक विज्ञप्ति जारी की है. इसके द्वारा प्लास्टिक एवं थर्मोकोल की सामाग्रियों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है. पिकनिक स्पॉट पर शराब का सेवन भी वर्जित किया गया है. नौका विहार के लिये भी कड़े निर्देश जारी किये गये हैं.
नौका विहार के दौरान जहां लाइफ जैकेट बाध्यतामूलक किया गया है, वहीं मोबाइल जमा रखने का निर्देश जारी किया है. इसके अलावा पिकनिक के दौरान जोर से बजाये जा रहे डीजे पर भी लगाम कसी जायेगी. यह निर्देश 20 दिसंबर से कार्यकारी होगी.
इस बाबत चार नंबर बोरो चेयरमैन चंदशेखर बनर्जी ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए थर्मोकाल व प्लास्टिक की जगह शालपत्ता की थाली और मिट्टी के ग्लास जैस परिवेश रक्षक सामानों का व्यवहार करना होगा ताकि पर्यटन स्थल पर किसी तरह प्रदूषण न फैले, ना ही नदी में कोई प्रदूषण फैले.
उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर पहले लोगों को जागरूक करने का काम किया जायेगा. उल्लेखनीय है कि दुर्गापुर बैराज पर प्रतिदिन काफी संख्या में पर्यटक पिकनिक मनाने आते हैं. ऐसे में पिछले साल डीजे से ध्वनि प्रदूषण की शिकायत कुछ लोगों ने की थी.
इसके आलावा पूरे पर्यटनस्थल पर पर्यटक खाना बनाने और खाना खाने के लिए प्लास्टिक व थर्मोकोल की थाली, ग्लास व कटोरी का व्यवहार करते हैं, इस कारण पर्यटनस्थल पर गंदगी फैलती है. इसकी जगह पर पर्यावरण को नुकसान न पहुंचाने वाले शालपत्ता व मिट्टी के बर्तन का व्यवहार करने का कहा गया है.
पर्यटनस्थल पर प्रत्येक साल सरेआम पिकनिक मनाने वाले शराब पीते हैं और शराब पीने के बाद मारपीट की घटनाएं होती है. इसलिए ही शराब पर भी प्रतिबंध लगा दी गयी है. डीजे पर अश्लील व फुहड़ गीत बजाकर थिरकते हैं. इससे ध्वनि प्रदूषण होता है. इसे लेकर कई बार पिकनिक पर आने वाले लोगों ने भी आपत्ति जताई थी.
इस कारण पर्यटनस्थल को साफ सुथरा रखने के लिये प्रशासन ने इस पर भी प्रतिबंध लगाया है. इसके लिये जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाये हैं. प्रशासन ने गुरुवार से डीजे, शराब, प्लास्टिक व थर्मोकोल की थाली तथा ग्लास पर प्रतिबंध लगा दिया. इसके पीछे पर्यटन स्थल व नदी को प्रदूषण से बचाना ही मुख्य मकसद है.
इसके अलावा सर्दियों में दुर्गापुर बैराज में आये प्रवासी पक्षियों के हित को भी ध्यान में रखा गया है. बोरो चेयरमैन ने कहा कि प्रशासन के अलावा स्वयंसेवक भी सख्त निगरानी रखेंगे ताकि कोई भी इस नियम को तोड़ नहीं सके.