जामुड़िया : नहीं आयी तरस मासूम बच्ची पर हैवानों को, हत्या से सदमे में परिवार
जामुड़िया : 12 वर्षीय मासूम की हत्या से उसके अभिभावक सदमे में हैं. उसकी मां के क्रंदन से इलाका गूंज उठा है. हत्यारों की हैवानियत देख आसपास के लोग भी अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पा रहे थे. चीख-चीख कर मृतका वर्षा पासवान की मां रेखा पासवान बस यहीं कह रही थी कि आखिर […]
जामुड़िया : 12 वर्षीय मासूम की हत्या से उसके अभिभावक सदमे में हैं. उसकी मां के क्रंदन से इलाका गूंज उठा है. हत्यारों की हैवानियत देख आसपास के लोग भी अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पा रहे थे. चीख-चीख कर मृतका वर्षा पासवान की मां रेखा पासवान बस यहीं कह रही थी कि आखिर उनकी मासूम बच्ची ने किसी का क्या बिगाड़ा था.
दरिंदों को उस पर तरस क्यों नहीं आई. अवैध शराब का बिक्री का विरोध करने के कारण ही हैवानों ने उनकी बच्ची के साथ हैवानियत कर उसे मौत के घाट उतार दिया. मां रेखा की आंखों से अश्रु की धारा रुकने का नाम नहीं ले रही थी.
बिलख-बिलख रेखा ने बताया कि कुछ महीने पूर्व उन्होंने घर के समीप अवैध शराब की बिक्री का विरोध किया था. शराब की दुकान में मनचलों की बढ़ती गतिविधियों के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी. लेकिन उन्हें क्या पता था कि शराब के अवैध कारोबारी उनके पड़ोसी ही इस तरह का वहशीपन करेंगे.
मृतका के नाना राजेंद्र पासवान ने बताया कि बेटी ने अवैध शराब की बिक्री का विरोध किया था, इसी कारण यह घटना हुई है. मासूम नतिनी को तो किसी से कोई मतलब नहीं रहता था. आखिर उसकी हत्या क्यों कर दी गई? पुलिस ने मृतका के घर के समीप रहन वाले सोनू बर्नवाल को हिरासत में लिया है.
सोनू के पिता राजेंद्र बर्नवाल ने कहा कि वह बेटे के साथ सब्जी बिक्री करते हैं. उनके बेटे को फंसाया गया है. उसका तथा उसके परिवार का किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. सोनू के पिता राजेंद्र बर्नवाल का कहना है कि उसका पुत्र सोनू बर्नवाल शराब भी नहीं पीता है. इसके बावजूद पुलिस ने उसे क्यों गिरफ्तार किया? सोनू विवाहित है. दो वर्ष की पुत्री भी है.
शराब की बिक्री रोकने को जन हस्ताक्षर
छात्रा वर्षा पासवान की हत्या की घटना को लेकर नीचे धौड़ा के लोगों का मानना है कि असामाजिक तत्वों ने अंचल को अड्डा बना लिया है. यहां अवैध शराब की कई दुकानें हैं. यहां शराब ही नहीं गांजा, भांग की भी बिक्री होती है.
अवैध रूप से डेली लॉटरी की कई दुकानें संचालित हो रही हैं. इस कारण यहां आपराधिक गतिविधियां अधिक होती है. यहां अधिकतर दिहाड़ी मजदूर रहते हैं. सुबह होते ही अपने काम पर चले जाते हैं और रात को वापस लौटते हैं. मृतका के घर से महज 10 फीट की दूरी पर अवैध शराब की दुकान है.
200 मीटर के दायरे में छह से सात शराब की दुकानें हैं. शाम होते ही यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा हो जाता है. शराब दुकानें सड़क के किनारे हैं. इस कारण महिलाओं का घर से निकलना दूभर हो जाता है. महिलाओं तथा लड़कियों के ऊपर छींटाकशी की जाती है. विरोध करने पर उनके साथ दुर्व्यवहार के अलावा मारपीट भी की जाती है.
भयवश कोई भी व्यक्ति अपना मुंह खोल नहीं खोल पाता है. स्थानीय निवासियों ने शराब बिक्री पर रोक लगाने के लिये शुक्रवार को आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट को ज्ञापन पत्र सौंपने के लिये 300 लोगों का हस्ताक्षर कराया. उन्होंने कहा कि अगर शराब की दुकानें बंद नहीं कराई गईं तो दोबारा इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं.
मृतका के घर पहुंच विधायक ने बंधाया परिजनों का ढांढस
जामुड़िया विधायक जहांनारा खान ने शुक्रवार को मृतका के घर पहुंचकर मृतका के परिजनों को ढांढस बंधाया. उन्होंने घटना की घोर निंदा की. घटना के लिये उन्होंने परोक्ष रूप से प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि अवैध क्रियाकलाप के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं.
पुलिस प्रशासन को इसके दमन के लिये कठोर कदम उठाने चाहिये. बर्दवान पश्चिम युवा टीएमसी अध्यक्ष सह महिला नेत्री बबीता दास ने कहा कि जिस स्थान पर घटना हुई है, वहां कई अवैध शराब की दुकानें संचालित हो रही हैं.
पुलिस प्रशासन से कहा गया है कि तमाम अवैध शराब की दुकानों को यहां बंद करना होगा. अवैध रूप से शराब की बिक्री होने के कारण यहां का परिवेश ठीक नहीं है. इसमें सुधार के लिये हमलोगों को मिलकर प्रयास करना होगा. स्थानीय महिला माया देवी ने कहा कि घटना से हम लोग काफी डरे हुये हैं.
घर में रहते हुये भी अपनी सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं. पूर्णिमा हेला ने कहा कि आज इस तरह की घटना 12 वर्ष की छात्रा के साथ घटी है. कुछ दिन पहले 26 वर्षीय गृहवधू के साथ घटी थी. इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही हैं.
इस कारण यहां की महिलाएं काफी चिंतित हैं. पता नहीं कब कौन सी घटना हो जाये. रीता हेला ने कहा कि बीच मोहल्ले में अपराधियों ने भयावह घटना को अंजाम दिया है. किस पल यहां पर किसके परिवार से साथ कौन सी अनहोनी हो जाये, कहना मुश्किल है. सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं. आखिर सुरक्षा की गुहार किससे लगायें.
पहले भी इस तरह की घटना घट चुकी
एक वर्ष के अंतराल में बोगड़ा नीचे धौड़ा में हत्या की दो घटनाओं से इलाकावासियों में दहशत है. लोगों ने बताया कि आठ महीने पूर्व 26 वर्षीय गृहवधू की हत्या कर इसी नीचे धौड़ा स्थित एक पुराने चानक में शव को फेंक दिया गया था.
इसके बाद 12 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या की घटना से वे काफी आतंकित हैं. उन्होंने कहा कि इलाके में ज्यादातर गरीब तबके के लोग रहते हैं. इसलिये वे असामाजिक तत्वों का किसी भी प्रकार से विरोध नहीं कर पाते हैं.
इस कारण ही इस तरह की घटनाएं हो रही हैं. उन्होंने अपना गुस्सा राजनीतिक दलों पर भी उतारते हुये कहा कि खुलेआम दिन- रात शराब की बिक्री के अलावा गांजा, भांग बेची जा रही है. चोरी, छिनतई तथा छेड़खानी आम बात हो गई है. सब कुछ जानते हुये भी प्रशासन चुप है. इससे अपराधी बेखौफ होकर घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.