आसनसोल : रेल में तौलियों के बजाय मिलेंगे इको-फ्रेंडली डिस्पोजेबल नैपकिन
आसनसोल : तौलियों की लगातार चोरी तथा साफ-सफाई को लेकर यात्रियों से मिलनेवाली लगातार शिकायतों से परेशान रेलवे बोर्ड अब वातानुकूलित (एसी) बोगी में सफर करनेवाले यात्रियों को इकोफ्रेंडली डिस्पोजेबल नैपकिन देगा. अब तक यात्रियों को कॉटन की तौलियां दी जा रही थी. इनकी चोरी के कारण रेलवे को हर वर्ष लाखों रुपयों का घाटा […]
आसनसोल : तौलियों की लगातार चोरी तथा साफ-सफाई को लेकर यात्रियों से मिलनेवाली लगातार शिकायतों से परेशान रेलवे बोर्ड अब वातानुकूलित (एसी) बोगी में सफर करनेवाले यात्रियों को इकोफ्रेंडली डिस्पोजेबल नैपकिन देगा. अब तक यात्रियों को कॉटन की तौलियां दी जा रही थी.
इनकी चोरी के कारण रेलवे को हर वर्ष लाखों रुपयों का घाटा उठाना पड़ता है. जल्द ही यह सुविधा यात्रियों के बीच उपलब्ध हो जायेगी. पूर्व रेलवे भी सभी मंडल से खुलनेवाली वीआइपी ट्रेनों यह सुविधा शुरू करने जा रहा है.
कैसी होगी नैपकिन
यह नैपकिन 50 फीसदी कॉटन और 50 फीसदी बायो डीग्रेडेबल मेटेरियल से बनी है. इस कारण इसका वजन कम है. इसकी लंबाई 40 सेंटीमीटर और वजन 50 ग्राम के आसपास है. इसकी मोटाई 0.40 मिमि रहेगी और पानी सोंखने की इसकी क्षमता टॉवेल से करीब सात गुना ज्यादा होगी. नयी व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद यात्रियों को बेडरोल के साथ टॉवेल जमा कराने के लिए कोच अटेंडेंट के चक्कर नहीं काटने पडेंगे.
क्या कहते हैं सीपीआरओ
इस संबंध में जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि प्रीमियम ट्रेनों के साथ सभी ट्रेनों के एसी कोचों में यात्रियों के लिए डिस्पोजेबल नैपकिन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. इसके लिए हर स्तर पर कामकाज शुरू कर दिया गया है.
जल्द ही यह सुविधा रेलयात्रियों को दी जायेगी. उन्होंने बताया कि डिस्पोजेबल नैपकिन इको फ्रेंडली है और इससे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचेगा.