बर्दवान में महिलाओं ने मस्जिद में की नमाज अता

बर्दवान : अन्य धर्मों की तर्ज पर मुस्लिम समाज ने भी महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में समान अधिकार देने की पहल शुरू की है. अब तक मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश पर रोक थी. लेकिन प्रगतिशील मुसलमानों ने न सिर्फ मस्जिदों में उनके प्रवेश की अनुमति दी है, बल्कि नमाज अता करने की भी अनुमति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 19, 2019 6:53 AM
बर्दवान : अन्य धर्मों की तर्ज पर मुस्लिम समाज ने भी महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में समान अधिकार देने की पहल शुरू की है.
अब तक मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश पर रोक थी. लेकिन प्रगतिशील मुसलमानों ने न सिर्फ मस्जिदों में उनके प्रवेश की अनुमति दी है, बल्कि नमाज अता करने की भी अनुमति दी है. बर्दवान शहर के गोदामाझेर मस्जिद कमेटी ने महिलाओं को यह अधिकार देकर सार्थक पहल की है. इस निर्णय से मुस्लिम महिलाओं में काफी खुशी है.
इसे वे अपनी आजादी मान रही है. उन्होंने कहा कि उदारता क लिए चर्चित हिंदू धर्म के कई मंदिरों में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है. गोदा माझेर मस्जिद कमेटी के इस निर्णय की प्रशासनिक क्षेत्रों में भी प्रशंसा की जा रही है.
कमेटी पदाधिकारियों का कहना है कि शरीयत में इस बात का स्पष्ट उल्लेख है कि मस्जिद में महिलाओं को मनाज अता करने के अधिकार से उन्हें रोका नहीं जा सकता है, बल्कि यदि वे नमाज अता करना चाहे तो इसका समर्थन करना चाहिए. यह अलग बात है कि घरेलू कार्यों में व्यस्त होने के कारण वे घर में नमाज अता कर लेती है.
इससे उनका समय भी बचता है. उन्होंने कहा कि यह मामला महिलाओं की इच्छा पर निर्भर करता है, इसलिए मस्जिद कमेटी ने इसके लिए महिलाओं को जागरूक किया है. जनवरी 2019 से यहां महिलाओं के लिए मस्जिद में नमाज पढ़ने की शुरुआत हुई है. शुक्रवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने नमाज अता की.

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