सांकतोड़िया : कोयला अधिकारियों के तृतीय वेतन पुनरीक्षण की विसंगतियों तथा महारत्न कंपनी की तर्ज पर पे-अपग्रेडेशन समेत विभिन्न समस्याओं का निदान नहीं हो सका है. आंदोलन की चेतावनी के बाद प्रबंधन ने सकारात्मक पहल कर वार्ता की, पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है. इसीएल समेत सीआईएल की सभी अनुषांगिक कंपनियों […]
सांकतोड़िया : कोयला अधिकारियों के तृतीय वेतन पुनरीक्षण की विसंगतियों तथा महारत्न कंपनी की तर्ज पर पे-अपग्रेडेशन समेत विभिन्न समस्याओं का निदान नहीं हो सका है. आंदोलन की चेतावनी के बाद प्रबंधन ने सकारात्मक पहल कर वार्ता की, पर अब तक कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है.
इसीएल समेत सीआईएल की सभी अनुषांगिक कंपनियों में कार्यरत बीस हजार अधिकारियों का नया वेतनान लागू हो चुका है, पर इसमें व्यापक विसंगति होने से उन्हें आर्तिक नुकसान होने लगा है. जूनियर अधिकारी ज्यादा प्रभावित हैं. अधिकारी एसोसिएशन ने तीन चरणों में आंदोलन किया. इसके बाद भी न समस्याओं का समधान नहीं हो पाया है. एसोसिएशन की केंद्रीय समिति ने प्रबंधन को ज्ञापन सौंप कर वेज रिवीजन में व्याप्त विसंगति को दूर करने की मांग रखी थी.
प्रबंधन ने बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक आरएस महापात्रा की अध्यक्षता में एनसीएल के तकनीकी निदेशक पीएम प्रसाद, एमसीएल के वित्त निदेशक केआर वासुदेवन, सीआईएल महाप्रबंधक पीसी पीवीके आरएम राव, ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वीपी सिंह, महासचिव पीके सिंह, कोषाध्यक्ष आनंद कुमार सिंह, संयुक्त सचिव एन गोपालकृष्णन व सीएमपीडीआइ के अध्यक्ष एसके जायसवाल की कमेटी गठित कर समस्या के निराकरण करने को कहा. कमेटी की बैठक भी हुई, पर अभी तक ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है. इससे अधिकारियों में नाराजगी है. उनका कहना है कि एसोसिएशन सही दबाव नहीं बना रहा है.