स्वामी विवेकानंद ड्रीम इंडिया रैली 2019, डीएम ने कहा – विवेकानंद के आदर्श पर चल कर ही बेहतर भविष्य
आसनसोल : स्वामी विवेकानंद ड्रीम इंडिया रैली 2019 के संयोजक स्वामी नित्यबोधानंद महाराज ने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है. उनका बेहतर भविष्य स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर ही प्राप्त हो सकता है. युवा समाज के लिए स्वामी विवेकानंद ही एकमात्र आदर्श है. वे मंगलवार को बीएनआर मोड़ पर स्वामी […]
आसनसोल : स्वामी विवेकानंद ड्रीम इंडिया रैली 2019 के संयोजक स्वामी नित्यबोधानंद महाराज ने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के हाथ में है. उनका बेहतर भविष्य स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलकर ही प्राप्त हो सकता है. युवा समाज के लिए स्वामी विवेकानंद ही एकमात्र आदर्श है. वे मंगलवार को बीएनआर मोड़ पर स्वामी विवेकानंद ड्रीम इंडिया रैली की सभा को संबोधित कर रहे थे.
इसके पहले यह रैली आसनसोल अड्डा भवन तक गयी. जिलाशासक शशांक सेठी ने रैली में शामिल सभी स्वामियों तथा सदस्यों से मुलाकात कर उनका स्वागत किया. उन्होंने भी स्वामी के आदर्शों पर प्रकाश डाला. स्वामी राजेश्वरानंद महाराज, स्वामी सुबोधानंद महाराज, स्वामी नित्यानंद महाराज, स्वामी सुखदेवा नंद महाराज आदि उपस्थित थे. रैली स्वामी जी की 20 फीट की प्रतिमा अपने साथ लेकर चल रही है. इसे हाइड्रोलिक के सहारे ट्रक पर रखा गया है. जहां भी सभा करनी होती है, प्रतिमा को खड़ा कर दिया जाता है.
दीघा शारदा रामकृष्ण सेवा केंद्र ने रामकृष्ण आश्रम (रामपुर कालाहांडी, उड़ीसा), आलमबाजार मठ (कोलकाता) और रामकृष्ण पूर्णानंद सेवाश्रम (एथोड़ा, सालानपुर) के सहयोग से रैली का आयोजन किया. स्वामी के शिकागो भाषण के 125 वर्ष पूरे होने पर उनके आदर्शों के आधार पर देश में आध्यात्मिक जागरण लाने के उद्देश्य से रैली निकाली गई.
तीन फरवरी को दीघा से यह रैली आरम्भ होकर कोलकाता पहुंची. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने इसे हरी झंडी दिखाकर से रवाना किया. दीघा से अल्मोड़ा (उत्तराखंड) और पुनः वापस दीघा तक भ्रमण करने वाली रैली पांच हजार किलोमीटर की यात्रा तय करेगी.
20 फरवरी को यह आसनसोल वापस आयेगी. राज्य के पुलिस महानिरीक्षक की निगरानी में यह रैली अपना कार्यक्रम पूरा करेगी. कुल 30 सदस्य रैली में शामिल हैं. जिसमें बैंक के पूर्व प्रबंधक, अनेकों पूर्व शिक्षक, शिक्षिका शामिल है.
रैली के संयोजक स्वामी ने कहा कि दीघा से कोलकाता, दक्षिणेश्वर, डानकुनी, जयरामबाटी, जयपुर, बांकुड़ा, रानीगंज होकर आसनसोल आयी है.
आसनसोल से घनबाद, हजारीबाग, गया, बौद्धगया, बनारस, इलाहाबाद, कुंभ, बिंधाचल, लखनऊ, कानपुर से अल्मोड़ा जायेगी. वहां से हरिद्वार, दिल्ली, मथुरा, बृंदावन, आगरा, गोरखपुर, पटना, देवघर से 20 फरवरी को आसनसोल लौटेगी. इस दौरान सौ से अधिक सभा का आयोजन कर स्वामी के आदर्शों को लोगों तक पहुंचाकर लोगों को आध्यात्मिक जागरूककिया जायेगा.