सुदीप्त के पास से निकली बीड़ी, जब्त
कभी करोड़ों उड़ानेवाले शख्स को मांगनी पड़ रही है बीड़ी भी अतिरिक्त जिला जज (एक) के अदालत में देवजानी संग पेशी दो मामलों में जमानत की अर्जी खारिज, अगली सुनवाई 20 को आसनसोल : ठगी और धोखाधड़ी के मामले में न्यायिक हिरासत में रहे शारदा रियलिटी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुदीप्त सेन की जेब […]
कभी करोड़ों उड़ानेवाले शख्स को मांगनी पड़ रही है बीड़ी भी
अतिरिक्त जिला जज (एक) के अदालत में देवजानी संग पेशी
दो मामलों में जमानत की अर्जी खारिज, अगली सुनवाई 20 को
आसनसोल : ठगी और धोखाधड़ी के मामले में न्यायिक हिरासत में रहे शारदा रियलिटी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुदीप्त सेन की जेब से एक बीड़ी निकली. बुधवार को प्रोडक्शन वारंट के तहत पांच मामलों में उन्हें अलीपुर प्रेसिडेंसी जेल से आसनसोल सेशन कोर्ट में अतिरिक्त जिला जज (एक) के अदालत में पेश किया गया. जज के समक्ष पेश होने से पूर्व कोर्ट लॉकअप में डालने से पूर्व जांच के क्रम में उसके जेब से एक बीड़ी मिली. जिसे जब्त कर लिया गया. यह बीड़ी उसने अलीपुर जेल से यहां आने के दौरान संभवत पुलिस वाहन के चालक या किसी सिपाही से ली थी.
अरबों के मालिक रहे श्री सेन की जेब से 30 पैसे की बीड़ी निकलना कोर्ट में चर्चा का विषय था. श्री सेन के साथ उनकी सहयोगी देबजानी मुखर्जी को भी अदालत में पेश किया गया. पांच मामलों में से दो मामलों में जमानत की अर्जी दी गयी. जिसे नामंजूर कर दिया गया. अगली सुनवाई की तिथि अतिरिक्त जिला जज ने 20 मार्च को निर्धारित किया.
चिटफंड कम्पनी शारदा रियलिटी इंडिया लिमिटेड में पैसा निवेश करने वाले जिला के पांच लोगों ने ठगी होने के मामले में श्री सेन और श्रीमती मुखर्जी को आरोपी बनाकर अपने अपने इलाकों के थानों में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर रानीगंज थाना कांड संख्या 163/2013, आसनसोल नॉर्थ थाना कांड संख्या 14/2013, कुल्टी थाना कांड संख्या 228/2013, सालानपुर थाना कांड संख्या 46/2013 और 96/2013 में आईपीसी की धारा 409 व 420 के तहत मामला दर्ज हुआ था. इन सभी मामलों में पुलिस ने चार्जशीट जमा कर दी है. अब मामलों में ट्रायल शुरू होगा.
इससे पहले आरोपियों को बुधवार को अदालत में हाजिर होने के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ था. जिसके आधार पर दमदम सेंट्रल जेल से सुश्री मुखर्जी और अलीपुर प्रेसिडेंसी जेल से श्री सेन को बुधवार को यहां लाया गया. दोनों आरोपियों को देखने के लिए अदालत परिसर में लोगों की भारी भी जुट गयी थी. पिछले सात वर्षों में श्री सेन की हालत ऐसी हो गयी है कि उन्हें चलने में भी भारी परेशानी हो रही थी.