भाजपा प्रत्याशी बाबुल सुप्रियो ने घाघरबुड़ी मंदिर में पूजा की, खुद को बताया अपराजेय बाजीराव सिंघम
आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सह निवर्त्तमान सांसद बाबुल सुप्रिय ने रविवार को कालीपहाड़ी स्थित घाघरबुड़ी मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की. उन्होंने सपरिवार पूजा अर्चना कर माता से चुनाव में जीत और आसनसोल के विकास में दूसरी बार भागीदारी का आशीर्वाद मांगा. पूजा कर समर्थकों संग […]
आसनसोल : आसनसोल संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी सह निवर्त्तमान सांसद बाबुल सुप्रिय ने रविवार को कालीपहाड़ी स्थित घाघरबुड़ी मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने चुनाव प्रचार की शुरूआत की. उन्होंने सपरिवार पूजा अर्चना कर माता से चुनाव में जीत और आसनसोल के विकास में दूसरी बार भागीदारी का आशीर्वाद मांगा.
पूजा कर समर्थकों संग जामुडिया के एकड़ा में चुनाव प्रचार प्रसार के लिए रवाना हो गये. श्री सुप्रिय ने कहा कि पिछली बार लोकसभा चुनाव प्रचार से पहले वे इसी घाघरबुड़ी मंदिर में पूजा कर मां का आशीर्वाद लेकर चुनाव प्रचार में उतरे थे.
मां के आशीर्वाद से भारी मतों से उनकी जीत हुई थी. पिछले पांच वर्ष के कार्यों का संक्षिप्त ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि उनके कार्य से संतुष्ट होकर ही पार्टी नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताते हुए दूसरी बार उन्हें आसनसोल संसदीय क्षेत्र से उम्मिदवार बनाया है.
उन्होंने इस उम्मीदवारी को अपने लिए बड़ी उपलब्धि बताई. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के साथ-साथ उनके संसदीय क्षेत्र की जनता भी उनके विकास कार्यों से संतुष्ट है और उन्हें दूसरी बार भी जनता का आशीर्वाद मिलेगा.
तृणमूल प्रत्याशी मुनमुन सेन के बारे में उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट में उनकी उपस्थिति मात्र 17 प्रतिशत है. पिछले लोकसभा चुनाव में माकपा के कद्दावर नेता वासुदेव आचार्या को हराकर उन्होंने अपनी पहचान बनायी थी.
परंतु अगर उनके कार्य से अगर उनके संसदीय क्षेत्र की जनता संतुष्ट होती और तृणमूल नेतृत्व को उन पर भरोसा रहता तो वे बांकुड़ा छोड़ कर आसनसोल से टिकट लेकर चुनाव क्यों लड़ती? उन्होंने कहा कि उन्होंने संसदीय क्षेत्र में यथासंभव विकास मूलक कार्य किये हैँ.
यात्रियों की मांग पर आसनसोल स्टेशन में कई एक्सप्रेस और सुपर फास्ट ट्रेनों का ठहराव कराया गया है. आसनसोल इएसआई अस्सताल के उन्नयन के लिए केंद्र से राशि की व्यवस्था की गई. उन्होंने कहा कि घाघरबुड़ी मंदिर के निकट नदी पर पुल बनाने की उनकी इच्छा है. इसके लिए राज्य सरकार के स्तर से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है.
उन्होंने अपनी तुलना ‘सिंघम’ फिल्म के नायक ‘बाजीराव सिंघम’ से करते हुए खुद को आसनसोल संसदीय क्षेत्र का सिंघम बताया. उन्होंने कहा कि आसनसोल संसदीय क्षेत्र से एक बार फिर इतिहास दोहराने की स्थिति बन रही है.