युवक की हत्या को तृंका ने बनाया चुनावी मुद्दा
सीपीएम को बनाया जा रहा है निशाना मुद्दे के उछलने के कारण सीपीएम की स्थिति असहज चुनाव पर इसका असर पड़ने के पूरे आसार दुर्गापुर : कभी लाल दुर्ग के नाम से प्रसिद्ध बर्दवान जिले में इन दिनो माकपा को अपनी पहचान कायम रखने के लिए जद्दोजोहद्द करनी पड़ रही है. जिले का कांकसा ब्लॉक […]
सीपीएम को बनाया जा रहा है निशाना
मुद्दे के उछलने के कारण सीपीएम की स्थिति असहज
चुनाव पर इसका असर पड़ने के पूरे आसार
दुर्गापुर : कभी लाल दुर्ग के नाम से प्रसिद्ध बर्दवान जिले में इन दिनो माकपा को अपनी पहचान कायम रखने के लिए जद्दोजोहद्द करनी पड़ रही है. जिले का कांकसा ब्लॉक भी इससे अछूता नही दिख रहा है. इस ब्लॉक मे पार्टी पूरी तरह से दम तोड़ती नजर आ रही है. हालांकि लोकसभा चुनाव में पार्टी एक बार अपने पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरी है. पार्टी अपने को शासक दल के मुख्य विपक्षी के रूप में पेश करने में लगी है.
इलाके के सीपीएम नेता तपन पाल के परिवार के लोगों पर धीवर पाड़ा के भैरव धीवर कि हत्या का आरोप लग रहा है. आरोप है कि होली के दिन 21 मार्च को भैरव कि हत्या सीपीएम नेता के परिवारवालों ने कर दी थी. चुनाव के इस मौसम मे धीवर युवक कि हत्या का मामला तृंका के लिए एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन गया है. इस मुद्दे को भुनाने मे पार्टी कि ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है. चुनाव के इस मौसम में सीपीएम के लोगो ने निर्दोष भैरव की हत्या से ग्रामीण बेहद नाराज हैं.
इसका लाभ उठाते हुए, तृणमूल ने पहले ही अभियान शुरू कर दिया है. इस मुद्दे को लेकर तृंका ने ज़ोर-शोर से दीवार लेखन किया जा रहा है. अपने प्रचार में तृंका का कहना है कि ‘जो लोग खुलेआम बिना सत्ता के लोगों को मार सकते हैं, अगर वे सत्ता में आते हैं तो क्या होगा? इसी मुद्दे को लेकर तृंका ने शिल्पांचल की दीवारों को रंग दिया है.
दीवारों मे लिखा जा रहा है कि सीपीएमएर एक ही गुण, चोखेर सामने मानुषेर खून. इस बाबत एक सीपीएम नेता का कहना है कि एक नेता के परिवार के कारण पार्टी कि यह स्थिति हो गई है. पार्टी के जिला स्तर के नेता का इस नेता के सिर पर हाथ होने के कारण कोई कुछ नहीं कहता है.
दुर्गापुर में एक सीपीएम नेता का मानना है कि इस मुद्दे के कारण पार्टी को बैकफुट में जाना पड़ रहा है. पार्टी के लिए काफी असहज स्थिती है. पश्चिम बर्दवान जिले के तृंका अध्यक्ष वी शिबदासन ने कहा खूनी सीपीएम को बेनकाब करने का निर्देश पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया गया है और पार्टी के कार्यकर्ता उस निर्देश का पालन कर लोगों को सीपीएम के असली चेहरे से वाकिफ करने में लगी है.