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चार दिन में 1.5 मिलियन टन उत्पादन जरूरी

हर क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में पोजेटिव ग्रोथ के बाद भी लक्ष्य दूर टीम वर्क से साथ बनाना होगा उत्पादन का नया रिकॉर्ड, सुरक्षा साथ में सांकतोड़िया : ईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन के सम्मेलन कक्ष में गुरुवार को इसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक प्रेम सागर मिश्रा की अध्यक्षता में महाप्रबंधक समन्वय समिति […]

हर क्षेत्र में पिछले वर्ष की तुलना में पोजेटिव ग्रोथ के बाद भी लक्ष्य दूर

टीम वर्क से साथ बनाना होगा उत्पादन का नया रिकॉर्ड, सुरक्षा साथ में
सांकतोड़िया : ईसीएल मुख्यालय प्रशासनिक भवन के सम्मेलन कक्ष में गुरुवार को इसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक प्रेम सागर मिश्रा की अध्यक्षता में महाप्रबंधक समन्वय समिति की बैठक हुई, जिसमें कंपनी के कोयला उत्पादन, डिस्पैच तथा ओवरबर्डेन हटाने के मुद्दे पर समीक्षा का गई. तकनीकी निदेशक (ऑपरेशन) सुनील कुमार झा, तकनीकी निदेशक (योजना व परियोजना) जयप्रकाश गुप्ता, वित्त निदेशक संजीव सोनी, कार्मिक निदेशक विनय रंजन, मुख्य सतर्कता अधिकारी एके अग्रवाल, सीएमडी के तकनीकी सचिव नीलाद्रि राय, तकनीकी निदेशक (संचालन) के तकनीकी सचिव पी चौधरी सहित सभी एरिया के महाप्रबंधक एवं सभी विभाग के विभागाध्यक्ष मौजूद थे. सीएमडी श्री मिश्रा ने सभी एरिया के महाप्रबंधकों से बारी-बारी से कोयला उत्पादन, डिस्पैच एवं खदानों की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
उन्होंने कहा कि चालू वितीय वर्ष मे मात्र अब चार दिन शेष बचे हैं. चार दिनों में उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगभग डेढ़ मिलियन टन उत्पादन करना होगा जो चुनौती भरा काम है. फिर भी अगर टीम के हौसलें बुलंद है तो लक्ष्य पाना कोई बड़ी बात नहीं है. उन्होनें कहा कि टीम ने एक दिन में सर्वाधिक कोयला उत्पादन दो लाख सैंतीस हजार टन कर इसीएल मे अबतक का इतिहास रचा है.
उन्होंने कहा कि कोयले की मांग को देखते हुए उत्पादन और बढ़ाना होगा और सभी क्षेत्रों को निश्चित समय पर लक्ष्य हासिल करना होगा. चालू वितीय वर्ष में 27मार्च तक 49.17 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ है. पिछले वर्ष की तुलना में 15 फीसदी की सकारात्मक वृद्धि है. वहीँ सम्प्रेषण में भी 15 .5 फीसदी का ग्रोथ है तथा अधिभार हटाने में भी 5.8 फीसदी का ग्रोथ है. गत वर्ष की अपेक्षा चालू वित्तीय वर्ष में हर क्षेत्र में ग्रोथ है. इसके वावजूद भी लक्ष्य हासिल करने के लिए चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्पादन लक्ष्य हासिल करने के लिए टीम वर्क जरूरी है. जहां भी परेशानी आ रही है, वहां वरीय अधिकारियों से मिलकर उसे हल करें. खदानों में काम करने वाले श्रमिकों की सुरक्षा प्राथमिकता में शामिल करें.उन्होंने कहा कि अभी प्रतिदिन दो लाख 20 हजार टन उत्पादन कर रहा है दो लाख पच्चास हजार टन के हिसाब से प्रतिदिन उत्पादन करना होगा तभी लक्ष्य पूरा होगा इस चुनौती को ध्यान मेँ रखकर काम करना होगा.

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