मतदाता ढोये जा रहे रंगीन बक्सों पर ध्यान दें : ममता

इटाहार/बुनियादपुर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से विभिन्न रंगों के बक्सों को लाये जाने पर कड़ी नजर रखने का मंगलवार को आह्वान किया. उनका परोक्ष इशारा कर्नाटक में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर से एक काले बक्से के उतारे जाने के आरोपों की ओर था. उन्होंने बालूरघाट निर्वाचन क्षेत्र में दो रैलियों में यह कहते हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 17, 2019 1:35 AM

इटाहार/बुनियादपुर : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से विभिन्न रंगों के बक्सों को लाये जाने पर कड़ी नजर रखने का मंगलवार को आह्वान किया. उनका परोक्ष इशारा कर्नाटक में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर से एक काले बक्से के उतारे जाने के आरोपों की ओर था. उन्होंने बालूरघाट निर्वाचन क्षेत्र में दो रैलियों में यह कहते हुए आरएसएस पर हमला किया कि उसने ‘शॉपिंग मॉल संस्कृति’ अपना ली है.

उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा : मैं लोगों से अपनी आंखें एवं कान खुला रखने की अपील करती हूं, क्योंकि चुनाव के दौरान विभिन्न रंगों- लाल, नीले और अन्य रंगों के चुनावी बक्से आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के सिलसिले में चित्रदुर्ग की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हेलीकॉप्टर से ‘एक संदिग्ध काला बक्सा’ कथित रूप से उतारे जाने की की जांच की मांग रविवार को की थी. मोदी ने नौ अप्रैल को चित्रदुर्ग में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था.

ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने एक वीडियो क्लिप भी दिखाया जिसमें कथित रूप से नजर आ रहा है कि प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर से उतार कर एक बक्सा एक कार की ओर ले जाया जा रहा है. पार्टी का आरोप है कि यह एसपीजी काफिले का हिस्सा नहीं था और उसे ले जाया गया. आरएसएस पर निशाना साधते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा : जो लोग खाकी निक्कर पहनते थे अब उन्होंने ‘शॉपिंग माल संस्कृति’ अपना ली है.

आरएसएस ने अपने स्वयंसेवकों के लिए 90 साल पुराना अपना गणवेष बदल दिया है. अब खाकी निक्कर की जगह भूरी पैंट ने ले ली है. सुश्री बनर्जी ने अपना यह आरोप दोहराया कि कांग्रेस जंगीपुर और बहरामपुर संसदीय क्षेत्रों में अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए आरएसएस की सहायता ले रही है. जंगीपुर से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी और बहरमपुर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.

भाजपा पर धर्म के आधार पर लोगों की बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी जान दांव पर लगा देंगी लेकिन विभाजन की राजनीति नहीं होने देगी. उन्होंने कहा : वह (भाजपा) हिंदू धर्म का चैंपियन होने का दावा करती है. क्या हम हिंदू नहीं हैं? उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें सभी धर्मों का सम्मान करने और सभी के साथ समान बर्ताव करने की सीख दी है. ममता ब्राह्मण हैं और हर सुबह चंडी मंत्र का जाप करती हैं.

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