बहनोई की जीत पर तृणमूली साले ने जताया अफसोस
दुर्गापुर : अपने किसी रिश्तेदार की कामयाबी पर लोग खुशी मानते है. वहीं राजनीति में लोग अपने रिश्तेदार की कामयाबी पर भी खुश नहीं होते हैं. इसका ताजा उदाहरण बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से विजयी हुए भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह अहलुवालिया है. इनकी जीत को लेकर भाजपा नेता, कार्यकर्ता से लेकर आम लोग खुश है. वहीं […]
दुर्गापुर : अपने किसी रिश्तेदार की कामयाबी पर लोग खुशी मानते है. वहीं राजनीति में लोग अपने रिश्तेदार की कामयाबी पर भी खुश नहीं होते हैं. इसका ताजा उदाहरण बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से विजयी हुए भाजपा उम्मीदवार सुरेन्द्र सिंह अहलुवालिया है.
इनकी जीत को लेकर भाजपा नेता, कार्यकर्ता से लेकर आम लोग खुश है. वहीं उनके बहनोई अमिताभ बनर्जी मायूस दिख रहे है. उनका मानना है की अहुलवालिया के जीतने से दुर्गापुर का भला नहीं होने वाला है. उनकी जीत से शहर का नुकसान होने वाला है. जीत के बाद वे सीधा दिल्ली रवाना हो जाएंगे जिसके बाद एक बार भी शिल्पांचल की ओर देखेंगे भी नहीं.
एलॉय स्टील प्लांट भी बंद हो जाएगा. उन्होने कहा की तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार ममताज संगमित्रा की जीत होने पर विकास की गति को तेज किया जा सकता था, आम लोग भी लाभवनित होते. ज्ञात हो की सांसद अहुलवालिया का ससुराल शहर के गोपालमाठ इलाके में है. उनके दोनों साले तापस बनर्जी और अमिताभ बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता है. अमिताभ बनर्जी दुर्गापुर नगर निगम के एमआईसी है.