काजी नजरुल यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन छात्रों ने रजिस्ट्रार का किया घेराव
विभिन्न मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के प्रांगण में किया प्रदर्शन आंदोलन को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य भवन में जड़ा ताला एक सप्ताह में समाधान न होने पर पुन: आंदोलन की दी चेतावनी छात्राओं ने लगाया आरोप, छात्रावास में नहीं मिल रहा भोजन आसनसोल : अंक प्रमाण पत्र निर्गत करने, रिव्यू परीक्षा परिणाम प्रकाशित करने […]
विभिन्न मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के प्रांगण में किया प्रदर्शन
आंदोलन को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने मुख्य भवन में जड़ा ताला
एक सप्ताह में समाधान न होने पर पुन: आंदोलन की दी चेतावनी
छात्राओं ने लगाया आरोप, छात्रावास में नहीं मिल रहा भोजन
आसनसोल : अंक प्रमाण पत्र निर्गत करने, रिव्यू परीक्षा परिणाम प्रकाशित करने और यूनिवर्सिटी के ऑनलाईन पद्धति को दुरूस्त करने की मांग को लेकर काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ने सोमवार को यूनिवर्सिटी प्रांगण में प्रदर्शन कर रजिस्ट्रार डॉ सुबल चंद्र दे का घेराव किया.
यूनिवर्सिटी प्रबंधन की सूचना पाकर यूनिवर्सिटी परिसर पहुंचे आसनसोल नॉर्थ थाना पुलिस ने स्टूडेंटस को समझाने का प्रयास किया. परंतु उग्र छात्र मानने को तैयार नहीं हुए. रजिस्ट्रार श्री दे के एक सप्ताह के अंदर सभी समस्याओं के समाधान के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी छात्र छात्राओं ने प्रदर्शन समाप्त किया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर एक सप्ताह के अंदर उनकी मांगें पूरी न हुई तो वे उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
काजी नजरूल यूनिवर्सिटी के बांगला, अंग्रेजी, गणित, रसायन शास्त्र, राजनीति विज्ञान, फिलोस्फी, शिक्षा विभाग के चतुर्थ सेमेस्टर के सैकडों छात्र छात्राओं ने दूसरे और तीसरे सेमेस्टर के अंक प्रमाण पत्र निर्गत करने, रिव्यू के परीक्षा परिणाम प्रकाशित करने के मांग पर यूनिवर्सिटी प्रांगण में प्रदर्शन किया. छात्राओं ने होस्टल छात्रावास की समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि छात्रावास में भोजन उपलब्ध न होने से वहां रहने वाली छात्राओं को परेशानी का सामना करना पडता है.
भोजन के लिए छात्राओं को छात्रावास से बाहर जाना पडता है. छात्राओं ने कहा कि संध्या समय यूनिवर्सिटी से छात्रावास तक जाने वाली बसें बीएनआर एवं सिटी बस स्टैंड तक ही जाती हैं. बाकि का रास्ता उन्हें खुद ही अपने खर्च पर तय करना पडता है. प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस कुलपती डॉ चक्रवर्ती से मुलाकात करना चाह रहे थे.
स्टूडेंटस के आक्रोश को देखते हुए यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के सुरक्षा कर्मियों ने भवन के मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला जड दिया. उप परीक्षा नियंत्रक डा निखिलेश बारीक ने प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस को समझा कर प्रदर्शन समाप्त करने का प्रयास किया. उन्होंने कुछ दिनों के अंदर सभी मांगों के पूरा होने का मौखिक आश्वासन दिया. परंतु स्टूडेंटस उनके मौखिक आश्वासन को मानने को तैयार नहीं हुए. स्टूडेंटस ने कहा कि इससे पहले भी उप परीक्षा नियंत्रक डा बारीक ने उन्हें कई बार आश्वासन दिया है.
परंतु वो पूरे नहीं हुए. प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस ने अपने मांगों के समर्थन में रजिस्ट्रार डॉ दे का घेराव कर मांगों को पूरा होने की निदृष्ट तिथि की मांग की. सूचना पाकर नॉर्थ थाना से पहुंचे पुलिस बलों ने प्रदर्शनकारी स्टूडेंटस को समझाने का काफी प्रयास किया परंतु वे मानने को तैयार नहीं हुए. बाद में रजिस्ट्रार श्री दे के सात दिनों के अंदर समस्याओं के समाधान के आश्वासन पर स्टूडेंटस ने प्रदर्शन समाप्त किया.