डीएसपी कारखाने में बॉयोमेट्रिक उपस्थिति के विरोध में सीटू का प्रदर्शन
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पुरानी पद्धति से ही दर्ज करना चाहते हैं उपस्थिति
प्रबंधन के फैसले को बताया श्रमिक विरोधी
फैसले से पहले यूनियन के साथ बातचीत परदिया ज़ोर
दुर्गापुर : दुर्गापुर इस्पात कारखाने में बॉयोमेट्रिक उपस्थिति को लेकर श्रमिकों में रोष है. वे पुरानी पद्धति से ही उपस्थिति दर्ज करना चाहते हैं. प्रबंधन और श्रमिकों के बीच इसे लेकर ठनी हुई है. सोमवार को इसके विरोध मे सीटू की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. सीटू समर्थको ने प्रशासनिक भवन, नगर प्रशासनिक भवन, अस्पताल सहित कई जगहों पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया.
बायोमैट्रिक हाजिरी के लिए श्रमिक यूनियन और प्रबंधन के बीच पिछले कई महीने से तनातनी चल रही है. सूत्रों के अनुसार पहले भी कारखाने की ओर से बायोमैट्रिक हाजिरी के लिए निर्देशिका जारी की गई थी. उस पर श्रमिकों से किसी भी प्रकार की सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली थी. कारखाने के नॉन वर्कस जोन के एक्जीक्यूटिव बायोमैट्रिक से अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही है.
28 मई को फिर से निर्देशिका जारी की गई थी. इस बार थोड़ी कड़ाई बरती की गई है जिसमें कहा गया है कि एक जून से बायोमैट्रिक उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य है. बायोमैट्रिक को सीधे वेतन पद्धति के साथ जोड़ दिया गया है. ऐसे में लोगों की मशीन से उपस्थिति अनिवार्य है. डीएसपी सीटू के संयुक्त महासचिव सौरभ दत्त ने कहा कि वेतन श्रमिकों का अधिकार है.
उसे किस तरह से अर्जित करना है वह हमको आता है. श्रमिकों से कहा जा रहा है कि समय से आओ और काम के बाद समय से जाएं, पर उसके लिए उनके वेतन को रोकने का प्रयास किया जा रहा है जो कि ठीक नहीं है. उन्होने कहा की प्रबंधन कोई भी फैसला श्रमिकों पर थोप नहीं सकता है. इसे लेकर सीटू की ओर से लड़ाई जारी रहेगी। उन्होने बताया की इस लड़ाई मे सभी यूनियन के लोग उनके साथ है.