आसनसोल : नियुक्ति में धांधली को लेकर इंजीनियर का घेराव
आसनसोल : कल्याणेश्वरी पीएचई कार्यालय में ठेकेदार एवं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के मिली भगत से बाहरी युवकों को नियुक्त करने के प्रतिवाद में स्थानीय युवकों ने सेनरेले रोड स्थित सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग निदेशालय आसनसोल यांत्रिक मंडल कार्यालय परिसर में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का घेराव किया. कल्याणेश्वरी के स्थानीय युवकों ने इंजीनियर को मांग पत्र सौंप कर कल्याणेश्वरी […]
आसनसोल : कल्याणेश्वरी पीएचई कार्यालय में ठेकेदार एवं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के मिली भगत से बाहरी युवकों को नियुक्त करने के प्रतिवाद में स्थानीय युवकों ने सेनरेले रोड स्थित सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग निदेशालय आसनसोल यांत्रिक मंडल कार्यालय परिसर में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का घेराव किया. कल्याणेश्वरी के स्थानीय युवकों ने इंजीनियर को मांग पत्र सौंप कर कल्याणेश्वरी पीएचई में बीटी प्रोजेक्टस प्राइवेट लिमिटेड के अधीन चल रहे कार्यों में स्थानीय युवकों को नियुक्त करने की मांग की.
प्रदर्शन में शामिल दर्जनों युवकों ने इंजीनियर पर रुपये लेकर बाहरी युवकों की नियुक्ति का आरोप लगाते हुए अपने मोबाइल फोन, मोटरसाइकिल की चाबी, शर्ट पैंट देकर उन्हें काम पर रखने की बात कही. प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे तृणमूल यूथ कांग्रेस के राज्य सचिव विश्वजीत चटर्जी ने कहा कि कल्याणेश्वरी स्थित पीएचई कार्यालय में ठेकेदार, स्थानीय युवकों की नियुक्ति न कर बाहरी युवकों से रुपये लेकर उन्हें काम पर रख रहे हैं.
मैकेनिकल, तथा इलेक्ट्रिकल विभागों में नियुक्त युवकों के पास न तो कोई तकनीकी डिग्री है और ना ही कार्य का अनुभव जबकि कल्याणेश्वरी के कई बेरोजगार युवक शिक्षित होने के साथ तकनीकी डिग्री व कार्य अनुभव भी रखते हैं लेकिन उन्हें काम में वरीयता नहीं दी जा रही है. स्थानीय युवकों द्वारा ठेकेदार से काम मांगे जाने पर उन्हें तरह-तरह के दस्तावेज मांगे जाते हैं और परेशान किया जाता है. श्री चटर्जी ने कहा कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और ठेकेदार की मिली भगत से ही बाहरी युवकों को काम पर रखा जा रहा है. स्थानीय युवक रुपये नहीं दे पा रहे हैं इसलिए उन्हें काम नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय युवकों के पास शिक्षा तो है लेकिन नौकरी के बदले रुपये देने का सामर्थ्य नहीं है. प्रदर्शनकारियों के समर्थन उतरीं आसनसोल नगर निगम के वार्ड 16 की पार्षद सुमित्रा बाउरी ने कहा कि अगर ठेकेदार बाहर के युवकों को नौकरी पर रखेंगे तो यहां के स्थानीय बेरोजगार युवक कहां जायेंगे. उन्होंने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से स्थानीय युवकों को योग्यता के अनुसार काम पर रखने की मांग की.