अवैध निर्माण चार दिनों में तोड़ेगा निर्माणकर्ता

वार्ड 21 के शेर तालाब की जमीन भर कर हो रहा था निर्माण कार्य जांच के बाद नगर निगम प्रशासन ने घोषित किया था उसे अवैध ध्वस्त करने गई अधिकारियों के साथ स्थानीय निवासियों ने किया विवाद अधिकारियों के सख्त रवैये के बाद झुकने को बाध्य हुए अतिक्रमणकारी आसनसोल : वार्ड संख्या 21 अंतर्गत शेर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 20, 2019 1:52 AM

वार्ड 21 के शेर तालाब की जमीन भर कर हो रहा था निर्माण कार्य

जांच के बाद नगर निगम प्रशासन ने घोषित किया था उसे अवैध
ध्वस्त करने गई अधिकारियों के साथ स्थानीय निवासियों ने किया विवाद
अधिकारियों के सख्त रवैये के बाद झुकने को बाध्य हुए अतिक्रमणकारी
आसनसोल : वार्ड संख्या 21 अंतर्गत शेर तालाब के निकट तालाब की जमीन को भर कर जबरन चल रहे अवैध निर्माण को तोड़ने गये नगर निगम अधिकारियों को स्थानीय वीरू खान एवं उसके समर्थकों के विरोध का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों ने निगम अधिकारियों, जेसीबी चालक, सेनिटरी विभाग के कर्मचारियों को घेर लिया और उनकी भारी फजीहत की.
हालांकि निगम अधिकारियों के सख्त रवैये के कारण अवैध निर्माणकारियों को झुकना पडा. निर्माणकारी वीरू खान ने निगम अधिकारियों को अगले चार दिनों में खुद ही अवैध निर्माण को तोड़ने के लिखितनामा पर हस्ताक्षर किया. जिसके बाद नगर निगम की टीम वापस लौट आयी.
निगम के अधीक्षण अभियंता सुकमल मंडल ने कहा कि अगर वीरू खान ने अपने लिखितनामा के अनुसार चार दिनों के अंदर स्वयं अवैध निर्माण को नहीं तोड़ा तो उसके खिलाफ पुलिस आयुक्त एवं निकटवर्ती थाने में शिकायत दर्ज करायी जायेगी. अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला कर धराशायी कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि तालाब की जमीन की भराई कर अवैध निर्माण चल रहा था.
दीवार का एक हिस्सा लिलटन तक और बाकी का अब ढ़लाई के स्तर तक पहुंच रहा था. शेर तालाब इलाके में तालाब से सटे 1.5 कट्ठा वेस्टेड जमीन पर शेरतालाब निवासी वीरू खान कई महीनों से निर्माण कर रहा था. निगम अधिकारियों को सूचना मिलने पर उन्होंने निर्माण कार्य की जांच की. जांच में चल रहे निर्माण को अवैध पाये जाने पर निगम मुख्यालय से 14 अगस्त को वीरू खान को नोटिस जारी कर अवैध निर्माण को रोकने के निर्देश दिया. परंतु वीरू खान द्वारा निगम का नोटिस स्वीकार नहीं किये जाने से उसके अवैध निर्माण की दीवार पर ही निगम का नोटिस चिपका दिया गया.
जिसके बाद निर्माण कार्य को और अधिक जोर-शोर से आरंभ कर दिया गया. सूचना मिलने पर नगर निगम मुख्यालय के निर्माण विभाग के स्तर से अवैध निर्माण को तोड़ने के निर्देश जारी कर इंजीनियरिंग विभाग के कार्यकारी अभियंता आरके श्रीवास्तव, संदीप चक्रवर्ती, नयन नस्कर, सहायक अभियंता इंद्रजीत कोनार, बोरो कार्यालय पांच के उप सहायक अभियंता जोनाकी गुप्ता, बोरो कार्यालय तीन के उप सहायक अभियंता शुभाशिष दे अपने साथ सेनिटेशन विभाग के कर्मचारियों, हल्ला गाडी, एक जेसीबी मशीन और कर्मचारियों की टीम को लेकर अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंचे.
निगम अधिकारी के निर्देश पर जेसीबी मशीन ने दीवार के एक हिस्से को तोड़ना आरंभ ही किया था कि स्थानीय लोगों ने निगम के टीम को घेर लिया. वीरू खान के समर्थक निर्माण तोड़े जाने का विरोध करने लगे. परंतु अधिकारियों के सख्त रवैये और पुलिस की उपस्थिति के कारण उन्होंने अगले चार दिनों में खुद ही अवैध निर्माण को तोड़ देने के लिखितनामे पर हस्ताक्षर करना पड़ा. वीरू खान ने मामले को लेकर किसी प्रकार की टिप्पणी से इंकार कर दिया.

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