कोयला उद्योग में भारतीय मजदूर संघ की हड़ताल शुरू

कोल प्रबंधन ने हड़ताल से निबटने की तैयारी पूरी कर ली है सांकतोड़िया : कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ करने के निर्णय के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ ने सोमवार से पांच दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी. हालांकि ईसीएल प्रबंधन ने सभी जगहों पर स्थिति से निपटने के लिए सीआईएसएफ एवं ईसीएल सुरक्षा गार्ड की तैनाती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2019 2:32 AM

कोल प्रबंधन ने हड़ताल से निबटने की तैयारी पूरी कर ली है

सांकतोड़िया : कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ करने के निर्णय के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ ने सोमवार से पांच दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी. हालांकि ईसीएल प्रबंधन ने सभी जगहों पर स्थिति से निपटने के लिए सीआईएसएफ एवं ईसीएल सुरक्षा गार्ड की तैनाती कर दी थी. सोदपुर एरिया के चिनाकुड़ी तीन नंबर कोलियरी में पुलिस एवं बीएमएस के प्रतिनिधियों के बीच नोक-झोंक भी हुई पुलिस ने पांच लोगों को हड़ताल को गैर क़ानूनी बताते हुए हिरासत में ले लिया.
भारतीय मजदूर संघ कोयला उद्योग में सौ प्रतिशत एफडीआई लाने के विरोध में पांच दिवसीय हड़ताल पर है. हड़ताल के प्रथम दिन ही चिनाकुड़ी तीन नंबर कोयला डिपो के गेट पर बीएमएस का झंडा व बैनर बांध दिया था और डिस्पैच को बंद कर दिया. पुलिस ने जबरदस्ती बैनर और झंडा को उतार कर हटा दिया. इस पर बीएमएस समर्थकों ने विरोध किये जाने पर पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में ले लिया. इस घटना को लेकर सभी श्रम संगठनों में गुस्सा भड़क गया और प्रबंधन के खिलाफ और उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया गया.
उत्पादन व डिस्पैच भी बंद किया गया. इधर कोल प्रबंधन ने हड़ताल से निपटने के लिए अपने स्तर पर पूरी तैयारी की है. आवश्यक सेवाओं के कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है और ड्यूटी में आने वालों को सहयोग करने का आश्वासन दिया है।वर्ष 2015 के बाद कोयला उद्योग में दूसरी बार पांच दिवसीय हड़ताल की जा रही है. इसमें सिर्फ बीएमएस व तिवारी गुट इंटक ही शामिल है, जबकि शेष यूनियन एक दिवसीय हड़ताल करेंगे. हालांकि वर्ष 2015 की हड़ताल दो दिन बाद ही खत्म हो गयी थी.
भारतीय मजदूर संघ का कहना है कि केंद्र अपने निर्णय पर अडिग है, इसलिए हड़ताल ही आखिरी रास्ता है. इधर कोल प्रबंधन ने भी हड़ताल से निपटने तैयारी पूरी कर ली है. आवश्यक सेवाएं बाधित न हो, इसके लिए कर्मियों की ड्यूटी लगायी गयी है और रात शिफ्ट में जाने वाले कर्मी यदि दिन में भी ड्यूटी करते हैं, तो उन्हें पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया है.

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