‘निरुद्देशे संधाने’ को बनाया दुर्गापूजा का थीम
पंचमी को उद्घाटन करेंगे मंत्री शुभेंदू अधिकारी, प्लास्टिक फ्री होगा पंडाल बांकुड़ा : आधुनिक युग में प्लास्टिक के बढ़ते हानिकारक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से पूजा पंडाल को प्लास्टिक फ्री बनाने का बीड़ा कमेटी ने उठाया है. इसके साथ ही लुप्त हो रही पुरानी संस्कृति एवं धरोहर को थीम बना […]
पंचमी को उद्घाटन करेंगे मंत्री शुभेंदू अधिकारी, प्लास्टिक फ्री होगा पंडाल
बांकुड़ा : आधुनिक युग में प्लास्टिक के बढ़ते हानिकारक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से पूजा पंडाल को प्लास्टिक फ्री बनाने का बीड़ा कमेटी ने उठाया है. इसके साथ ही लुप्त हो रही पुरानी संस्कृति एवं धरोहर को थीम बना कर उसकी पुनरावृत्ति की पहल हो रही है. पोआबागान सार्वजनिन दुर्गोत्सव कमेटी ‘निरुद्देशे संधाने’ अर्थात विलुप्त धरोहर की खोज को थीम बना रही है.
हाथ से खींचने वाली रिक्शा, शादी में पालकी का उपयोग, संगीत सुनने हेतु ग्रामोफोन, धान कूटने के लिए ढेकी के साथ-साथ बच्चों का टायर दौड़ाना, गुल्ली- डंडा, पतंगबाजी, हुक्का आद को मॉडल बनाया जा रहा है. कमेटी पुरानी चीजों की याद को ताजा करना चाहती है. युवा पीढी को देश की संस्कृति से रू-ब-रू कराना भी उद्देश्य है. पंडाल निर्माण का दायित्व मेदिनीपुर जिले के कांथी के कलाकार संजय मैती को दिया गया है.
कमेटी सचिव विदेश पात्र ने कहा कि पूजा 27 वें वर्ष आयोजित हो रही है. थीम के माध्यम से पुरानी संस्कृति एवं विरासत को सामने लाकर पुराने दिनों की याद ताजा करना है. बचपन के पुराने खेलो को भी दर्शाया जायेगा. दुर्गा प्रतिमा से लेकर पूजा पंडाल तक की सजावट जूट से होगी. प्लास्टिक फ्री पंडाल बन रहा है.
इसका व्यवहार न करने के लिए जागरूकता फैलायी जायेगी. पूजा का उद्घाटन पंचमी को होगा. परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी उद्घाटन करेंगे. दो सौ जरूरतमंद लोगों के बीच वस्त्र वितरण किया जायेगा. हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा. बजट 11 लाख रुपये का है. हाइवे किनारे पंडाल होने के कारण वोलेंटियर तथा पुलिसकर्मी ट्रॉफिक संचालन करेंगे. राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का भी प्रदर्शन किया जायेगा. अध्यक्ष सह जिला परिषद के मेंटर अरुप चक्रवर्ती ने सहयोग का आश्वासन दिया है. कमेटी सदस्य मधुसूदन डांगर, सौरभ घोष, सुमन घोष, विप्लव घोष, अनूप घोष तथा अभय घोष आदि सक्रिय हैं. पिछले वर्ष ‘प्रभात खबर’ ने सर्वश्रेष्ठ प्रतिमा के रूप में इसे पुरस्कृत किया था.