सेल कर्मियों को पिछली बार से अधिक नहीं मिलेगा इस बार बोनस

दूसरी तिमाही में ठीक नहीं बतायी जा रही है स्थिति पहली तिमाही में कमोबेश बेहतर स्थिति थी कंपनी की बर्नपुर : अधिक बोनस के लिए टकटकी लगाये बैठे सेल कर्मियों को निराशा हाथ लग सकती है. सेल प्रबंधन ने बोनस को लेकर इस बार नया दावं खेला है. बोनस वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 के परफॉर्मेंस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2019 2:03 AM

दूसरी तिमाही में ठीक नहीं बतायी जा रही है स्थिति

पहली तिमाही में कमोबेश बेहतर स्थिति थी कंपनी की
बर्नपुर : अधिक बोनस के लिए टकटकी लगाये बैठे सेल कर्मियों को निराशा हाथ लग सकती है. सेल प्रबंधन ने बोनस को लेकर इस बार नया दावं खेला है. बोनस वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 के परफॉर्मेंस के आधार पर तय किया जायेगा. मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने थोड़ा बहुत ठीक प्रदर्शन किया है लेकिन दूसरी तिमाही में स्थिति ठीक नहीं बतायी जा रही है. इसका असर बोनस राशि पर पड़ना तय माना जा रहा है.
बोनस को लेकर एनजेसीएस की बैठक आगामी तीन अक्तूबर को होगी. सेलकर्मियों को पिछले बार से अधिक बोनस की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए. क्योंकि सेल प्रबंधन ने एनजेसीएस सदस्य यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक की सूचना देते समय एक शर्त्त लगा दी है. इसके मुताबिक इस बार का बोनस वर्त्तमान वित्तीय वर्ष के परफॉर्मेंस के आधार पर तय किया जायेगा. जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष का छह महीना अभी बाकी है. ऐसे में बोनस पहले छह महीने के परफॉर्मेंस के आधार पर ही तय होगा. अगर ऐसा हुआ तो बोनस की राशि पिछले साल से कम होगी. इस वजह से एनजेसीएस के सदस्य भी तनाव में हैं.
बोनस निर्धारण अपने हिसाब से
देश में कोई भी कंपनी बोनस तय करने के लिए बीते वित्तीय वर्ष के परफॉर्मेंस को आधार बनाती है. सेल ऐसी कंपनी है, जो आपने हिसाब से इसमें फेरबदल करती रहती है. वर्ष 2015-16 में भी बोनस तय करने के लिए वर्त्तमान वित्तीय वर्ष को आधार बनाया था. उस समय कंपनी घाटे में थी. सामान्य तौर पर दुर्गापूजा के पूर्व बोनस मिलताथा. दो साल से दुर्गापूजा के बाद तथा दीवाली के पहले बोनस मिल रहा है. इस बार भी वैसी ही स्थिति बनती नजर आ रही है.
पत्र में नहीं है ‘बोनस’ शब्द की चर्चा
एनजेसीएस नेताओं को बैठक की सूचना देने के लिए सेल प्रबंधन ने जो पत्र भेजा है, उसमें बोनस शब्द की चर्चा नहीं है. पत्र में सेल परफॉर्मेंस इंसेटिव स्कीम (एसपीआईएस) पर बैठक करने की बात कही गयी है. वर्ष 2019-20 के दौरान पहले छह महीने में सेल किसी तरह 68 करोड़ के प्रोफिट में तो रहा, लेकिन दूसरी तिमाही ठीक नहीं है. कंपनी की माली हालत की जानकारी सेल प्रबंधन पहले ही सात सितंबर की बैठक में दे चुका है.

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