रामनगर कोलियरी में प्रबंधक कार्यालय पर धरना
बराकर : रामनगर कोलियरी में सक्रिय आउटसोर्सिंग कंपनी रूंगटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के प्रबंधन के स्तर से ‘नो वर्क-नो पे’ का नोटिस लगाये जाने के प्रतिवाद में 450 ठेका मजदूरों ने कोलियरी प्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरना शुरू किया. नेतृत्व कर रहे ठेका श्रमिक देवाशीष पाल ने कहा कि जमीन अधिग्रहण के बदले नौकरी तथा मुआवजे […]
बराकर : रामनगर कोलियरी में सक्रिय आउटसोर्सिंग कंपनी रूंगटा प्रोजेक्ट लिमिटेड के प्रबंधन के स्तर से ‘नो वर्क-नो पे’ का नोटिस लगाये जाने के प्रतिवाद में 450 ठेका मजदूरों ने कोलियरी प्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरना शुरू किया.
नेतृत्व कर रहे ठेका श्रमिक देवाशीष पाल ने कहा कि जमीन अधिग्रहण के बदले नौकरी तथा मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू किया है तथा वे लगातार धरना दे रहे हैं. उन्होंने अपनी मांग के समर्थन में कोलियरी का उत्पादन बंद कर दिया है. प्रबंधन के स्तर से कोई हस्तक्षेप नहीं हो रहा है. इसके कारण कोलियरी में कोई कार्य नहीं हो रहा है.
उन्होंने कहा कि ठेका कंपनी ने ‘नो वर्क, नो पे’ की नोटिस लगा दी है. उनके सामने विकट स्थिति बन गई है. आय नहीं होने से उनके परिवार भूखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. बीते एक अक्तूबर से ही कार्य बंद है. ठेका श्रमिकों के पांच सदस्यीय शिष्टमंडल ने महाप्रबंधक से वार्ता की.
महाप्रबंधक ने कहा कि राज्य सरकार को जमीन अधिग्रहण के लिए लिखा गया है और 16 अक्तूबर को रामनगर कोलयरी का प्रतिनिधिमंडल जाकर वास्तुस्थिति की जानकारी राज्य सरकार को देगा. जमीन मालिको से ली गई जमीन की रजिस्ट्री तथा मुआवजा पर चर्चा की जायेगी.
महाप्रबंधक टीके राय ने बताया कि पांच ग्रामीणों की जमीन अधिग्रहित की गई है. रामनगर कोलियरी के लायकडीह सीम और सालानपुर सीम से प्रतिदिन एक हजार टन कोयले का उत्पादन होता है.
उत्पादन बंद होने से प्रतिदिन प्रबंधन को 30 लाख रुपये का घाटा हो रहा है. धरना पर बैठे ठेका श्रमिकों ने कहा कि जब तक उनकी समस्या का सामाधान नही होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. जरूरत पड़ने पर उग्र धरना तथा प्रदर्शन भी किया जायेगा. इसकी सारी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी.
बराकर से फिर 25 बैग महंगी चायपत्ती जब्त
बराकर. लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी एडीसीपी के निगरानी विभाग ने बराकर फांड़ी अंतर्गत बेगुनिया बस स्टैंड के सामने स्थित आवास से 25 बैग महंगी चायपत्ती बरामद की. जब्त चायपत्ती को विभागीय अधिकारी अपने साथ आसनसोल ले गये. मालूम हो कि दो दिन पहले ही बराकर स्थित बीड़ी डंगाल से 40 बैग चायपत्ती बरामद की गई थी.
लगातार जमीन धंसने, दरारे पड़ने से निवासियों में भारी दहशत
इसीएल प्रबंधन का दावा- धंसान क्षेत्र में अवैध निर्माण बना कारण